नई दिल्ली: कांग्रेस ने मोदी सरकार से कहा है कि वह चुनावी बॉन्ड योजना में ज्यादा पारदर्शिता लाए. पार्टी ने आरोप लगाया कि चुनावी बॉन्ड पूरी तरह अपारदर्शी व्यवस्था है .


कांग्रेस के कोषाध्यक्ष मोती लाल वोरा ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली को लिखे पत्र में इस प्रक्रिया में ज्यादा पारदर्शिता की मांग की है. ताकि मतदाता जान सकें कि किन लोगों ने पार्टियों को चंदा दिया है. साथ ही वह यह भी जान सके कि किस राजनीतिक पार्टी को चंदा दिया गया है और चंदे के तौर पर कितनी रकम दी गई है .

उन्होंने कहा है कि जेटली ने अपने बजट भाषण में एक ऐसी योजना लाने की बात कही थी जिससे चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता आएगी. वोरा ने कहा है कि वित्त मंत्री के भाषण से यह अर्थ लगाया जा सकता है कि चंदा देने वाले का नाम सिर्फ बॉन्ड जारी करने वाले बैंक को पता चल सकेगा और किस राजनीतिक पार्टी को चंदा दिया गया, इसकी जानकारी सिर्फ आयकर विभाग को होगी .

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘इसका प्रभाव यह होगा कि सिर्फ सरकार को चंदा देने वाले और चंदा प्राप्त करने वाले के बारे में पता होगा, और लोग नहीं जान पाएंगे किस राजनीतिक पार्टी को किसने कितनी रकम दान की.’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे डर है कि इससे चुनावी फंडिंग में तो पारदर्शिता नहीं ही आएगी, उल्टा यह पूरी तरह अपारदर्शी व्यवस्था बन जाएगी.’’ वोरा ने कहा है कि जेटली की ओर से तैयार योजना के प्रस्तावों के अध्ययन के बाद ही कांग्रेस अपना विस्तृत नजरिया पेश कर पाएगी.