Delhi Excise Policy Case: केजरीवाल सरकार के कथित शराब घोटाले में मंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के मुद्दे पर कांग्रेस धर्मसंकट में है. इस मामले पर पार्टी के अंदर दो राय है. दिल्ली और पंजाब के कांग्रेस नेता चाहते हैं कि आम आदमी पार्टी (AAP) के खिलाफ आक्रामक रुख रहना चाहिए, लेकिन राष्ट्रीय नेताओं का मानना है कि सीबीआई का तरीका सही नहीं है और विपक्षी एकजुटता के मद्देनजर कांग्रेस को विरोध दर्ज कराना चाहिए.
सिसोदिया की गिरफ्तारी का दिल्ली कांग्रेस ने तत्काल स्वागत किया, लेकिन अगले दिन कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख जयराम रमेश ने बयान जारी कर मोदी सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप दोहराया. हालांकि जयराम ने अपने बयान में सिसोदिया का नाम नहीं लिया.
सूत्रों ने क्या कहा?
सिसोदिया की गिरफ्तारी पर कांग्रेस का रुख स्पष्ट करने के सवाल पर पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि एक सवाल अडानी की जांच की बजाय विपक्षी नेताओं के खिलाफ एजेंसियों की कार्रवाई को लेकर है. दूसरा सवाल शराब घोटाले को लेकर भी है.
सुप्रिया ने सिसोदिया की गिरफ्तारी का स्पष्ट विरोध नहीं किया, लेकिन समर्थन भी नहीं किया. कांग्रेस के रुख को लेकर उपजे कन्फ्यूजन पर कांग्रेस के उच्च सूत्रों ने बताया, "पार्टी मानती है कि केजरीवाल सरकार की विवादित शराब नीति में कुछ काला है. यह भी सही है कि केंद्र सरकार विपक्षी पार्टियों के प्रमुख नेताओं के खिलाफ जांच एजेंसियों का लगातार दुरुपयोग कर रही है."
'सिसोदिया के समर्थन नहीं दिखना चाहती'
कथित शराब घोटाले में सिसोदिया की गिरफ्तारी के मामले में आप भी केंद्र सरकार पर यह ही आरोप लगा रही है. इसको लेकर आप को अन्य विपक्षी दलों का समर्थन भी मिला है. इनमें कांग्रेस की सहयोगी पार्टियां भी हैं और पार्टी के अंदर भी कुछ नेताओं की ऐसी राय है. ऐसे में कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी सरकार पर राजनीतिक बदले के लिए एजेंसियों के इस्तेमाल की बात तो दुहराई है, लेकिन इसके साथ ही वह सिसोदिया के समर्थन में खड़ी नजर भी नहीं आना चाहती.
'आप बीजेपी की बी टीम'
इससे पहले जब सिसोदिया के घर छापेमारी हुई और उनको पूछताछ के लिए बुलाया गया था तब कांग्रेस ने कहा था कि एजेंसियों का इतना दुरुपयोग हो रहा है कि वाजिब कार्रवाई पर भी संदेह होता है.
पार्टी सूत्रों का कहना है कि दिल्ली कांग्रेस ने केजरीवाल सरकार की शराब नीति के खिलाफ सबसे पहले शिकायत की थी. जाहिर है सिसोदिया की गिरफ्तारी का विरोध करना उन्हें क्लीन चिट देने जैसा होगा. वैसे भी आम आदमी पार्टी के साथ कांग्रेस की दिल्ली से लेकर पंजाब तक पुरानी अदावत है. कांग्रेस आप को आरएसएस–बीजेपी की बी टीम बताती रही है.
राहुल गांधी और सोनिया गांधी का किया जिक्र
सुप्रिया श्रीनेत ने यह भी कहा कि जब कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी से ईडी ने पूछताछ की या अन्य विपक्षी नेताओं पर कार्रवाई हुई तो आप ने चुप्पी साधे रखी. सुप्रिया ने कहा कि उनमें नैतिकता नहीं है, लेकिन कांग्रेस में नैतिकता है. कुल मिलाकर सिसोदिया के मामले पर विपक्षी एकजुटता के मद्देनजर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता जांच एजेंसियों पर उंगली उठाते रहेंगे, लेकिन दिल्ली कांग्रेस से लेकर पंजाब कांग्रेस के नेता आप को घेरना जारी रखेंगे.
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