Congress On Remote Voting: रिमोट वोटिंग को लेकर चुनाव आयोग ने मांगी सलाह, कांग्रेस ने साफ किया रुख
Congress On Remote Voting: कांग्रेस ने रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को लेकर चुनाव आयोग से सवाल करते हुए कहा कि वो लोगों का विश्वास बढ़ाए.
Congress On Remote Voting: कांग्रेस ने प्रवासी वोटरों के लिए लाए जा रहे ‘रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन’ (RVM) के शुरुआती मॉडल पर चुनाव आयोग से कई सवाल किए. साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इलेक्शन कमीशन लोगों का विश्वास बढ़ाएं
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुरुवार(29 दिसंबर) कांग्रेस का अधिकारिक बयान जारी किया, '' इसमें लिखा हाल के गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा में निर्वाचन आयोग ने इसलिए देरी कर दी ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी अभियान कर सके.'' इससे पीएम मोदी को वोटिंग वाले दिन रोड शो करने की अनुमति देकर मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का उल्लघंन करने का मौका दे दिया गया.
गुजरात चुनाव को लेकर उठाए सवाल
कांग्रेस ने कहा कि साल 2022 में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव को में संदेहास्पद वोटिंग हुई, जिसमें आखिरी घंटे में 10 से 12 फीसदी लोगों ने वोटिंग की. मतलब यानी एक मतदाता ने मतदान करने में 25 से 30 सेकंड लिए जो कि असंभव है. आपको वोट करने के लिए कम से कम 60 सेकंड चाहिए होते हैं. कल्पना कीजिए रिमोट वोटिंग में भी जारी रहता तो यह सिस्टम में विश्वास कम करेगा.
Here is a statement I have just issued on the Election Commission's initiative on remote voting. pic.twitter.com/fHanEOnEyc
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 29, 2022
क्या सलाह दी?
कांग्रेस ने कहा कि चुनाव आयोग ने रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के प्रदर्शन के लिए राजनीतिक दलों को 16 जनवरी को आमंत्रित किया है. इसके लिखित जवाब देने के लिए 31 जनवरी 2023 तक कहा गया है.
पार्टी ने बताया कि चुनाव आयोग को सलाह दी गई कि वो लोगों का विश्वास बढ़ाने के लिए वीवीपैट(VVPAT) में बढ़ोतरी हो लेकिन इसे भी नहीं माना गया. साथ ही निर्वाचन आयोग को सभी राजनीतिक दलों को साथ लेकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि चुनाव प्रणाली में पूरी पारदर्शिता के साथ विश्वास बहाल हो.
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