CBIVsCBI: कांग्रेस ने SC के फैसले पर कहा- CBI की स्वतंत्रता में आखिरी कील ठोंकने वालों को लगा तमाचा
कांग्रेस प्रवक्ता रंदीप सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में सत्य की जीत हुई. सुरजेवाला सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को उन षड्यंत्रकारी लोगों के मुंह पर तमाचे की तरह करार दिया है जो सीबीआई की स्वतंत्रता में आखिरी कील ठोंकना चाहते हैं.
नई दिल्ली: सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजे जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने स्वागत किया है. फैसले पर ट्वीट करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रंदीप सुरजेवाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में सत्य की जीत हुई. उन्होंने आगे कहा कि अपने चापलुसों द्वारा सीबीआई को फंसाने की मोदी सरकार की भयावह कोशिश को तगड़ा झटका लगा है. सुरजेवाला ने तो सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को उन षड्यंत्रकारी लोगों के मुंह पर तमाचे की तरह करार दिया है जो सीबीआई की स्वतंत्रता में आखिरी कील ठोंकना चाहते हैं.
Truth prevails in Supreme Court.
Modi Govt’s sinister attempt to capture CBI through lackeys falls flat. A slap in face of tyrants who wanted to pin the last nail in CBI’s independence. CVC can’t act as Modi Govt’s pawn but would be supervised by a SC judge to act fairly. — Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 26, 2018
कांग्रेस प्रवक्ता ने हमला करते हुए कहा कि सीवीसी मोदी सरकार के प्यादे की तरह काम नहीं कर सकती और अब ये सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में निष्पक्षता से काम करेगी. आपको बता दें कि देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई पर संग्राम जारी है. छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने वर्मा की याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार, सीवीसी को नोटिस दिया.
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 12 नवंबर तय की है. सीबीसी को जांच पूरी करने के लिए दो हफ्ते का समय दिया गया है और सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ये जांच एक रिटायर्ड सुप्रीम कोर्ट जज की निगरानी में होगी. सुप्रीम कोर्ट ने कार्यभारी निदेशक नागेश्वर दत्त को लेकर कहा है कि वो नीतिगत फैसले नहीं ले सकते हैं.
मामले में एक पक्ष और भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ाई लड़ने के लिए मशहूर वकील प्रशांत भूषण ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पक्ष में ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, "सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई ने नए निदेशक को पूरी तरह से निष्क्रिय कर दिया. अब वो कोई बड़ा नीतिगत फैसला नहीं ले पाएंगे. उनके सभी फैसलों पर नज़र रहेगी." वहीं उन्होंने ये भी कहा कि सीवीसी को वर्मा के मामले की जांच की दो हफ्तों के भीतर पूरी करनी होगी और वो भी सुप्रीम कोर्ट के रिटायर जज की निगरानी में.
SC virtually disables the new Dir CBI, Nageshwar Rao appointed by the govt by replacing Verma & restrained him from taking any major or policy decision. All decisions taken by him under scanner. The enquiry by CVC against Verma will be supervised by retd SC judge& done in 2 weeks
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) October 26, 2018
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