'2004 से शुरू हुई दोस्ती अंतिम समय तक कायम रही,' सीताराम येचुरी के निधन पर भावुक हुईं सोनिया गांधी
Sonia Gandhi On Sitaram Yechury: सोनिया गांधी ने कहा कि उन्होंने यूपीए 1 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. हाल ही में 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले इंडिया गठबंधन के उभरने में बहुत बड़ा योगदान दिया.
Sonia Gandhi On Sitaram Yechury: कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार (12 सितंबर) को सीपीआई (एम) के महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी के निधन पर शोक जताया है. सोनिया गांधी ने कहा,' सीताराम येचुरी जी के निधन से मैं बहुत दुखी हूं. हमने 2004-08 के दौरान मिलकर काम किया था और तब से जो दोस्ती स्थापित हुई थी, वह उनके अंतिम समय तक कायम रही.
सोनिया गांधी ने आगे कहा,' वे हमारे देश के संविधान के मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में अडिग थे, जो इसकी प्रस्तावना में बहुत ही सशक्त रूप से सन्निहित हैं. वे भारत की विविधता की रक्षा करने के अपने दृढ़ संकल्प थे. साथ ही वे धर्मनिरपेक्षता के एक शक्तिशाली चैंपियन थे. बेशक, वे आजीवन कम्युनिस्ट थे, लेकिन उनका विश्वास लोकतांत्रिक मूल्यों में निहित था. वास्तव में, संसद में उनका बारह साल का कार्यकाल यादगार था और उन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ी.
UPA 1 में सीताराम येचुरी ने निभाई थी अहम भूमिका
राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी ने कहा कि उन्होंने यूपीए 1 में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. हाल ही में 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले इंडिया गठबंधन के उभरने में बहुत बड़ा योगदान दिया. अब उनकी कमी खलेगी.
कांग्रेस अध्यक्ष ने सीताराम येचुरी की पत्नी को लिखा पत्र
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी की पत्नी सीमा चिश्ती येचुरी को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में लिखा है, "मैं अपनी और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से सीताराम येचुरी के निधन पर हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं. वे एक वरिष्ठ नेता थे, जिन्होंने अपना जीवन लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया.
सीताराम येचुरी के नेत्रत्व को हमेशा याद रखा जाएगा- खरगे
खरगे ने आगे कहा,' उनकी प्रतिबद्धता और नेतृत्व को हमेशा याद रखा जाएगा और संजोया जाएगा. हम इस कठिन समय में आपके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं व्यक्त करते हैं. हम समझते हैं कि व्यक्तिगत दुख के ऐसे क्षण अविश्वसनीय रूप से दर्दनाक होते हैं, और कोई भी शब्द वास्तव में दुख को कम नहीं कर सकता.