नए कृषि कानूनों पर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों की तरफ से शनिवार को चक्का जाम किया जा रहा है. किसान संगठनों के चक्का जाम को राजनीतिक दल का समर्थन मिलता हुआ भी दिख रहा है. कांग्रेस पार्टी ने कल के चक्का जाम को समर्थन देने का ऐलान किया है. किसान संगठनों ने कल यानि 6 फरवरी को देशव्यापी चक्का जाम का एलान किया है. इसको लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं.


दिल्ली में चक्का जाम का कोई असर नहीं होगा. वहीं दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सीमा पर किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि कल दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं किया जाएगा. किसान सिर्फ जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक, देश भर में राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा. इस दौरान इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एम्बुलेंस, स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा.


किसान मोर्चा ने कहा है कि चक्का जाम पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक रहेगा. बयान में कहा गया है कि  दिल्ली NCR में कोई चक्का जाम प्रोग्राम नहीं होगा क्योंकि सभी विरोध स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं. दिल्ली में प्रवेश करने के लिए सभी सड़कें खुली रहेंगी. जहां पहले से ही किसानों के आंदोलन चल रहे हैं वो रास्ते बंद रहेंगे. किसान मोर्चा ने कहा कि सभी से अपील है कि चक्का जाम में भाग लें. 3 बजे 1 मिनट तक हॉर्न बजाकर, किसानों की एकता का संकेत दें.


दिल्ली पुलिस ने कहा है कि किसानों के प्रस्तावित ‘चक्का जाम’ से पहले प्रदर्शन स्थलों के पास दिल्ली के विभिन्न बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है. दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव ने सुरक्षा की समीक्षा की है.