नई दिल्ली: पीएम मोदी की ओर से 18 से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को मुफ्त कोरोना टीका दिए जाने के एलान के बाद भी कांग्रेस के हमलावर तेवर बरकरार हैं. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि घबराए हुए प्रधानमंत्री और लड़खड़ाई हुई सरकार ने सुप्रीम कोर्ट, कांग्रेस और विपक्षी दलों के दबाव के कारण टीकाकरण की नीति बदली. पीएम पर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने मुंह मियां मिट्ठू बने रहे. कांग्रेस ने पीएम मोदी से पूछा है कि टीकाकरण की मौजूदा रफ्तार से कैसे साल के अंत तक सबको टीका लग पाएगा?
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही सबको मुफ्त टीका दिए जाने की मांग करती रही है. उन्होंने याद दिलाया कि इस बाबत सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और राहुल गांधी दिसम्बर से लेकर अब तक मांग उठाते रहे हैं. सुरजेवाला ने केंद्र सरकार की टीकाकरण नीति पर सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट की सख्त टिप्पणियों का हवाला भी दिया.
कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि छह महीने में तीन बार टीका नीति बदलने और इस कारण लाखों लोगों की मौत के लिए प्रधानमंत्री को जिम्मेदार क्यों नहीं ठहराना चाहिए? 25% टीके निजी क्षेत्र के लिए रखने की नीति पर भी कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं साथ ही पीएम मोदी से पूछा है कि जब 6 महीने में 23 करोड़ टीके लगे हैं तो अगले 6 महीने में 176 करोड़ टीके कैसे लगाएंगे? रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मौजूदा रफ्तार से सबको मई 2024 तक ही टीका लग पाएगा.
प्रधानमंत्री द्वारा कोविन पोर्टल की तारीफ किए जाने पर निशाना साधते हुए कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कोविन पोर्टल गरीब और पिछड़ा विरोधी है. कांग्रेस ने मांग की है कि बिना कोविन पोर्टल की पेचीदगी के सीधे टीके लगाने की सुविधा शुरू होनी चाहिए. गरीबों को नवम्बर तक मुफ्त अनाज देने के एलान का स्वागत करते हुए कांग्रेस ने केंद्र सरकार से गरीबों के खाते में प्रति महीने 6 हजार रुपए जमा करने की अपनी मांग दोहराई.
2014 के पहले देश मे टीकाकरण की स्थिति को लेकर पीएम मोदी की टिप्पणी पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने तीखे अंदाज में कहा मोदी को देश की चुनी हुई सरकारों और अपने वैज्ञानिकों का अपमान करने से पहले देश के टीके के इतिहास के बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए थी. रणदीप ने कहा, "जब कांग्रेस की सरकार थी तभी 1952 में टीबी, 1965 में चिकन पॉक्स, 1970 में पोलियो, 1997 में हेपेटाइटिस, 2009 में H1N1, 2012 में जापानी बुखार का टीका उपलब्ध करवा दिया गया था. प्रधानमंत्री अनर्गल झूठ बोलने की बजाय अपनी जिम्मेदारी की बात करते तो अच्छा रहता".