(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बीजेपी सरकार ने पूर्वोत्तर और बंगाल के बाद दिल्ली को भी जलने के लिए छोड़ दिया है: कांग्रेस
जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों के प्रदर्शन ने आज हिंसक रूप ले लिया. इसके बाद पुलिस ने छात्रों के ऊपर कड़ी कार्रवाई की है. अब इस मामले में तूल पकड़ लिया है.
नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया परिसर में पुलिस कार्रवाई के लिए केंद्र की बीजेपी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस ने रविवार को उस पर देश में शांति बनाए रखने के अपने कर्तव्य को निभाने में नाकाम रहने और असम, त्रिपुरा तथा मेघालय के बाद दिल्ली तक को जलने के लिए छोड़ देने का आरोप लगाया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. सी. वेणुगोपाल ने जामिया के छात्रों पर ‘‘बर्बर कार्रवाई’’ की निंदा करते हुए ‘‘संयम’’ बरतने की अपील की.
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक टि्वटर अकाउंट पर कहा, ‘‘पूर्वोत्तर से लेकर असम, पश्चिम बंगाल और अब दिल्ली में. बीजेपीसरकार देश में शांति बनाए रखने का अपना कर्तव्य निभाने में विफल रही. उसे जिम्मेदारी लेनी चाहिए और हमारे देश में शांति बहाल करनी चाहिए.’’ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह पूछा कि क्या पुलिस का जामिया परिसर पुस्तकालय में घुसना और छात्रों की पिटाई करना तथा उन पर आंसू गैस छोड़ना न्यायोचित है.
उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली जल रही है, असम, त्रिपुरा और मेघालय जल रहे हैं. बंगाल में हिंसा फैल रही है, गृह मंत्री को पूर्वोत्तर जाने की हिम्मत नहीं है, जापान के प्रधानमंत्री की यात्रा रद्द करनी पड़ी, लेकिन मोदी जी झारखंड में चुनाव प्रचार करके खुश हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जो इसका विरोध करते हैं उन्हें देशद्रोही बताया जाता है और जामिया इसका ताजा उदाहरण है.’’
सुरजेवाला ने पूछा, ‘‘क्या यह ठीक है कि बीजेपीसरकार जामिया विश्वविद्यालय के पुस्तकालय और छात्रावास में घुस गई और युवाओं पर आंसू गैस छोड़े गये तथा उनकी पिटाई की. क्या छात्र नागरिकता कानून 2019 के खिलाफ प्रदर्शन नहीं कर सकते जो संविधान की आत्मा पर वार है.’’
वेणुगोपाल ने ट्वीट किया, ‘‘मैं दिल्ली पुलिस की जामिया के निर्दोष छात्रों पर बर्बर कार्रवाई की कड़ी निंदा करता हूं. मैं सभी से संयम एवं शांति बरतने की अपील करता हूं.’’ उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से स्थिति में हस्तक्षेप करने और ‘‘इस संकट को हल’’ करने की भी अपील की. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अरविंद केजरीवाल और गृह मंत्रालय को सौहार्द्रपूर्ण तरीके से जामिया में संकट को हल करने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए.’’