नई दिल्ली: कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने चीन के घुसपैठ पर कहा कि अगर विपक्षी पार्टियां या कोई दूसरा व्यक्ति सरकार से सवाल पूछता है तो उन्हें लाल आंख दिखाई जा रही है और देश के दुश्मन को क्लीन चिट दी जा रही है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का वक्तव्य कि कोई घुसपैठ हुई ही नहीं आज तक, चीन पूरे विश्व समुदाय को मोदी जी द्वारा दी गई एक क्लीन चिट के तौर पर दिखा रहा है. पीएम मोदी कहते हैं कि चीन आया ही नहीं और चीन भी कह रहा है कि हम तो अपने भूभाग पर हैं और गलवान हमारा भूभाग है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि जब पूरे देश में इस वक्तव्य पर गुस्सा और रोष दिखाई देने लगा तो प्रधानमंत्री कार्यालय, प्रधानमंत्री के वक्तव्य का खंडन करता है लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है.
दूसरी तरफ़ कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी यह आरोप लगाती है कि कांग्रेस पार्टी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के बीच समझौता हुआ था लेकिन हम सवाल पूछना चाहते हैं कि जब राजनाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष थे तब चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का प्रतिनिधि मंडल 30 जनवरी 2007 को उनसे मिलने आया और वक्तव्य में भारतीय जनता पार्टी द्वारा यह कहा गया कि भारतीय जनता पार्टी और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के ऐतिहासिक संबंध है और उसके बाद 17 अक्टूबर 2008 को चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो के महत्वपूर्ण सदस्य राजनाथ सिंह से मिले और फिर से यह दोहराया गया कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के संबंधों को सुदृढ़ किया जाना चाहिए.
पवन खेड़ा ने कहा कि इतना ही नहीं उसके बाद जनवरी 2009 में आरएसएस और बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के आमंत्रण पर पांच दिवसीय यात्रा की. जहां अरुणाचल प्रदेश और तिब्बत पर चर्चा की गई.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि न तो आरएसएस एक राजनीतिक दल है और न भारतीय जनता पार्टी सत्ता में थी. लेकिन चीन जाकर, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ बैठकर अरुणाचल प्रदेश और तिब्बत जैसे महत्वूपर्ण विषयों पर चर्चा की जा रही थी.
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