नई दिल्ली: नियंत्रण रेखा पर चीन के अतिक्रमण और गलवान घाटी में शहीद हुए 20 जवानों के मुद्दे पर कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सवालों से घेर रही है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री से पूछा है कि अगर चीन ने लद्दाख में भारत की जमीन में घुसपैठ नहीं किया तो फिर 15-16 जून को हमारे 20 जवानों का शहादत क्यों और कैसे हुई?


सोनिया गांधी ने यह भी पूछा है कि चीन की सेनाओं द्वारा लद्दाख इलाके में कब्जा की गई हमारी जमीन को मोदी सरकार कब और कैसे वापस लेगी? राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से चीनी घुसपैठ की सच्चाई बताने को कहा है तो वहीं प्रियंका गांधी ने जवानों की शहादत पर राजनीति को पाप करार दिया है. गलवान के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कांग्रेस ने शुक्रवार को देशभर में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की. पार्टी के बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया पर मोदी सरकार से सवाल पूछे.


प्रधानमंत्री को उनके चीनी घुसपैठ को नकारने वाले बयान पर घेरते हुए सोनिया गांधी ने कहा, "प्रधानमंत्री कहते हैं कि हमारी सीमा में कोई घुसपैठ नहीं हुई, पर दूसरी ओर रक्षा मंत्री तथा विदेश मंत्रालय बड़ी संख्या में चीनी सैनिकों की मौजुदगी एवं अनेकों बार चीनी घुसपैठ की चर्चा करते हैं. हमारी फौज के जनरलों, रक्षा एक्सपर्ट एवं समाचार पत्र, सैटेलाइट तस्वीरें दिखाकर भी चीनी घुसपैठ की पुष्टि कर रहे हैं."


चीनी घुसपैठ और नियंत्रण रेखा पर उसकी गतिविधियों को लेकर सोनिया गांधी ने सीधा सवाल पूछा, "देश जानना चाहता है कि अगर चीन ने लद्दाख में हमारी सरजमीं पर कब्जा नहीं किया, जैसा प्रधानमंत्री कहते हैं, तो फिर हमारे 20 सैनिकों की शहादत क्यों और कैसे हुई? चीन की सेनाओं द्वारा गुस्ताखी करके लद्दाख इलाके में कब्जा की गई हमारी सरजमीं को मोदी सरकार कब और कैसे वापस लेगी? क्या चीन द्वारा गलवान घाटी व पोंगसांग इलाके में नए निर्माण और नए बंकर बना हमारी भूभागीय अखंडता का उल्लंघन किया जा रहा है, क्या प्रधानमंत्री इस स्थिति पर देश को विश्वास में लेंगे?"


सोनिया गांधी ने कहा कि आज पूरा देश सेना और सैनिकों के साथ अडिग रुप से खड़ा है. सरकार को चाहिए कि भारतीय सेना को पूरा समर्थन, सहयोग और ताकत दे. यही सच्ची देशभक्ति है.


वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सैटेलाइट की तस्वीरों में दिख रहा है और सेना के रिटायर्ड अधिकारी कह रहे हैं कि चीन ने हमारी एक नहीं बल्कि टीम जगह हमारी जमीन छीनी है. प्रधानमंत्री पर तीखा हमला करता हुए राहुल ने कहा, "प्रधानमंत्री जी आपको सच बताना पड़ेगा. आप बिना डरे, घबराए बोलिए कि चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया है और हम कार्रवाई करने जा रहे हैं. पूरा देश आपके साथ खड़ा है." राहुल गांधी ने आगे कहा कि अगर आप कहेंगे कि हमारी जमीन नहीं गई और सचमुच में जमीन गई है तो चीन का फायदा होगा. गलवान घाटी में जवानों की शहादत पर राहुल गांधी ने एक बार फिर सरकार से पूछा है कि उन्हें बिना हथियार किसने भेजा और क्यों भेजा?


दूसरी तरफ जवानों की शहादत पर राजनीति को पाप करार देते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, "देश की जनता अपने शहीदों के बलिदान को व्यर्थ होने नहीं देगी. देश की धरती में उन शहीदों का खून मिला हुआ है. इस देश के लिए हजारों शहीद हुए हैं. उनकी शहादत पर राजनीति करना पाप है. उनकी शहादत का निरादर करना पाप है. हम इस पाप को नहीं होने देंगे. हम उनकी शहादत के कर्जदार हैं. प्रधानमंत्री जी आप भी इस शहादत के कर्जदार हैं. इस पाप को हम कभी नहीं होने दे सकते कि इनकी शहादत व्यर्थ हो, इनकी शहादत का आदर ना हो.’’


प्रियंका गांधी ने पूछा, "जब प्रधानमंत्री चीन के नेताओं के साथ दोस्ती कर रहे थे तब कैसे समझौते हुए, क्या बातचीत हुई जिसने आज चीन को यह हिम्मत दे दी कि वह हमारी जमीन पर कब्जा कर पाए!" गलवान घाटी के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए प्रियंका गांधी ने कहा, "हमारे वीर सैनिक निहत्थे शहीद हुए. इस शहादत की पीड़ा को उनके परिजन पूरी जिंदगी सहते रहेंगे. यह एक दुख है जिसे मैं अपने अनुभव से अच्छे से समझती हूं. एक गर्व भरा गहरा दुख होता है. हमारी जिम्मेदारी है कि हम इस शहादत को व्यर्थ ना होने दें."


प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लेटे हुए प्रियंका गांधी ने कहा, "जिस धरती पर वह शहीद हुए वो भारत माता की धरती है. हमारी मां है. उस धरती को आप चीन को सौंप नहीं सकते. हम यह होने नहीं देंगे."


इससे पहले दिल्ली में इंडिया गेट स्थित वॉर मेमोरियल के पास गलवान के शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी को कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हालांकि पार्टी का कोई बड़ा चेहरा किसी कार्यक्रम में नजर नहीं आया. गांधी परिवार समेत कांग्रेस के बड़े नेताओं ने वीडियो जारी कर गलवान के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और इसको लेकर मोदी सरकार से सवाल पूछे. कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर अभियान चलाया.


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