नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में कांग्रेस का 84वां महाधिवेशन चल रहा है. आज इस कार्यक्रम के के दौरान कुछ ऐसा भी हुआ जिससे पंजाब में पार्टी के भीतर की दरार सामने आ गई. दरअसल महाधिवेशन में सोनिया गांधी के भाषण के बाद कृषि पर प्रस्ताव के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने जैसे ही बोलना शुरू किया नवजोति सिंह सिद्धू हॉल से निकल गए. इसके साथ ही उन्होंने मीडिया से भी बात नहीं की.
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पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की तरफ से पेश इस प्रस्ताव में कहा गया है, "बीजेपी का किसान विरोधी रवैया इसी बात से उजागर होता है कि राजग की पिछली और मौजूदा सरकारों में कृषि क्षेत्र की विकास दर मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार की तुलना में आधी रह गयी है."
कृषि, रोजगार और गरीबी उन्मूलन पर पेश प्रस्ताव में कहा गया, "किसानों से किये गए वादे पूरे करने में नाकाम रही बीजेपी सरकार अब साल 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने का खोखला दावा करके किसानों को फिर से ठगने की कोशिश कर रही है.'
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कांग्रेस ने आरोप लगाया, 'वर्तमान सरकार द्वारा शुरू की गयी फसल बीमा योजना ने किसानों की बजाय निजी बीमा कम्पनियों को भारी फायदा पहुंचाया है. इसके जरिये बीमा प्रीमियम के नाम पर किसानों से बिना पूछे ही उनके बैंक खातों से जबरन पैसे काटे जा रहे हैं.' विपक्षी पार्टी ने बीजेपी सरकार पर हर साल दो करोड़ रोजगार मुहैया कराने के वादे को पूरा करने में बुरी तरह विफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि बेरोजगारी की मौजूदा स्थिति चिंताजनक है.