नई दिल्ली: कांग्रेस ने सदन में प्याज की बढ़ती कीमत को लेकर चर्चा की मांग की है. आज लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधिर रंजन चौधरी ने नोटिस देकर प्याज पर चर्चा करने की मांग की है. दरअसल देश की कई शहरों में प्याज 80 से 100 रुपए किलो तक बिक रहा है. जनता महंगाई की मार झेल रही है और विपक्ष सरकार पर हमलावर है. प्याज के बढ़ते दामों को कांग्रेस लगातार मुद्दा बनाते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोल रही है. साथ ही उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली तक की सरकार को इस महंगाई के लिए कांग्रेस घेर रही है.


दिल्ली में प्रदर्शन


दिल्ली में प्याज की बढ़ी कीमतों के खिलाफ कांग्रेस ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ भी मोर्चा खोल रखा है. कांग्रेस दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा और महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्याज की माला पहन कर प्रदर्शन किया था. इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार पर जमाखोरों की मदद करने का आरोप लगाया.


दिल्ली सरकार ने केंद्र पर फोड़ा ठीकरा


जहां कांग्रेस दिल्ली सरकार को प्याज के दाम के लिए घेर रही थी तो वहीं आम आदमी पार्टी ने सारा इल्जाम केंद्र सरकार पर लगा दिया. दिल्ली के उपमुख्यंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जानबूझकर केंद्र द्वारा कर दाम बढ़ाने के लिए प्याज की आपूर्ति बंद की गई. इसकी वजह से दिल्ली सरकार सस्ते दामों पर प्याज नहीं बांट पा रही. वहीं आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन ने कहा कि केंद्र चाहता है कि दिल्ली में प्याज के दाम बढ़ जाएं और यहां की जनता परेशान हो.


तुर्की से प्याज मंगाने का फैसला

सप्लाई की इसी कमी को दूर करने के लिए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने 11000 मीट्रिक टन प्याज आयात करने का फैसला किया है. मंत्रालय ने सरकारी कंपनी एमएमटीसी को इसके लिए निर्देश जारी किए हैं. सूत्रों के मुताबिक, एमएमटीसी ने जल्द प्याज मंगाने के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. हालांकि प्रक्रिया पूरी करके प्याज के भारत पहुंचने में कम से कम तीन हफ्ते का वक्त लग सकता है. सूत्रों के मुताबिक प्याज का ये खेप 20 दिसंबर के बाद भारत पहुंचने लगेगा जिसके बाद इसे घरेलू बाजार में बेचा जा सकेगा.


इससे पहले सरकार ने मिस्र से भी प्याज मंगाने का फैसला किया था. इसके तहत एमएमटीसी ने 6090 मीट्रिक टन प्याज मंगाने का ऑर्डर दिया था. हालांकि मिस्र से भी प्याज को भारत पहुंचने में अभी भी करीब 10 दिनों का समय लगेगा. उपभोक्ता मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक मिस्र से आने वाली प्याज की पहली खेप 12 दिसंबर को मुंबई पहुंचेगी.


कुछ दिन और रूलाएगी प्याज की कीमत

जाहिर है प्याज की कीमत अभी कम होती नहीं दिखती. उपभोक्ता मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक अगर मिस्र से आनेवाला प्याज अपने नियत समय पर भी भारत पहुंचता है फिर भी कीमत कम होने में करीब दो हफ्ते का समय लग जाएगा. हालांकि राहत की बात ये है कि रबी के मौसम में बोया जाने वाला घरेलू प्याज दिसंबर के मध्य तक बाजार में पहुंचने लगेगा जिससे कीमत में तेजी से गिरावट आने की संभावना है.


कृषि मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि अगर मौसम की मार फिर नहीं पड़ी तो रबी के प्याज का बंपर उत्पादन होने की संभावना है. दरअसल, खरीफ के मौसम में बोया जाने वाला प्याज नवंबर के पहले हफ्ते से बाजार में पहुंचने लगता है लेकिन महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे प्रमुख प्याज उत्पादन करने वाले राज्यों में बेमौसम बरसात से काफी नुकसान हुआ और उत्पादन में 26 लाख टन की कमी हो गयी.