Congress President Election: अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर कांग्रेस में बवाल, मनीष तिवारी के आरोपों पर क्या कुछ बोली पार्टी?
कांग्रेस के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने पारदर्शिता नहीं बरतने का आरोप लगाया है. इन आरोप पर कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने सफाई दी.
Congress President Election: कांग्रेस (Congress) के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण (Central Election Authority) के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री (Madhusudan Mistry) ने बुधवार को कहा कि पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव से जुड़ी पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और कांग्रेस के संविधान के मुताबिक है और निर्वाचक मंडल (डेलीगेट) की सूची को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता लेकिन उम्मीदवारों को यह सूची उपलब्ध करा दी जाएगी.
उन्होंने बताया कि प्रक्रिया से जुड़े विषय पर उनकी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा से बात हुई है और आगे वह मनीष तिवारी से भी इसको लेकर बात करेंगे. शर्मा ने गत 28 अगस्त को कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पार्टी अध्यक्ष के चुनाव के लिए निर्वाचन सूची तैयार किए जाने की प्रक्रिया के बारे में जानना चाहा था, हालांकि बाद में पार्टी ने कहा था कि इस बैठक में किसी नेता ने कोई सवाल खड़ा नहीं किया.
मनीष तिवारी ने क्यों खड़े किए सवाल?
दूसरी तरफ लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी ने चुनाव से जुड़े निर्वाचक मंडल की सूची सार्वजनिक नहीं किये जाने को लेकर सवाल खड़े करते हुए बुधवार को कहा कि निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव के लिये जरूरी है कि यह सूची पार्टी की वेबसाइट पर डाली जाए.
सूची सार्वजनिक किए जाने के सवाल पर मिस्त्री ने कहा कि मैं नहीं समझ पा रहा कि सार्वजनिक करने से इन लोगों का क्या मतलब है? सभी लोग तो कांग्रेस के संगठन चुनाव में मतदाता नहीं हैं. कांग्रेस के वोटर तो वे हैं जो प्रतिनिधि (डेलीगेट) हैं, हर पीसीसी के पास इनके नाम हैं. वे फोन करके ले सकते हैं.
उन्होंने बताया कि आनंद शर्मा से हाल ही में बात हुई. किसी ने उनसे कहा होगा कि प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है. किसी एक ने कह दिया तो इसका यह मतलब नहीं है कि प्रक्रिया पूरी नहीं हुई. मेरा यह कहना है कि किसी का नाम देखना है तो आप पीसीसी के पास देख सकते हैं.
मनीष तिवारी को करूंगा फोन
मधुसूदन मिस्त्री ने मनीष तिवारी के ट्वीट पर कोई सीधी टिप्पणी नहीं करते हुए कहा कि मैं उनसे फोन पर बात करूंगा. उनके ट्वीट को लेकर बात करूंगा. उन्होंने कहा कि इस सूची को सार्वजनिक करने का कोई मतलब नहीं है. यह जनता से जुड़ा विषय नहीं है. यह कांग्रेस का विषय है. अगर हमारा कोई नेता सवाल उठाता है तो उसे फोन पर बता देता हूं कि क्या स्थिति है.
उनके अनुसार, चुनाव और निर्वाचक मंडल की सूची तैयार करने की पूरी प्रक्रिया निष्पक्ष, पारदर्शी और पार्टी के संविधान के अनुसार है तथा वह निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करेंगे. मिस्त्री का कहना है कि अतीत में हुए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनावों के समय भी सूची सार्वजनिक नहीं की गई, उम्मीदवारों को मुहैया कराई गई.
सूची नहीं जारी करने की है ये वजह
मधुसूदन मिस्त्री ने इस बात पर जोर दिया कि हर किसी को सूची नहीं दे सकते. हमारी पार्टी के छह करोड़ सदस्य हैं. नौ हजार प्रतिनिधि हैं. सबको सूची नहीं दे सकते. जो चुनाव लड़ेगा, उसे सूची दी जाएगी. मिस्त्री के अनुसार, चुनाव के लिए निर्वाचन सूची तैयार करने का काम पूरा हो गया है और केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण चुनाव कराने के लिए पूरी तरह तैयार है.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने पर विचार किए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मेरा काम चुनाव कराने का है. कौन उम्मीदवार होगा, यह मेरा काम नहीं है. मैं निर्वाचन अधिकारी हूं और सीईए का प्रमुख हूं. मुझे तो सिर्फ चुनाव कराना है.
यह पूछे जाने पर कि क्या वह बतौर कांग्रेस (Congress) नेता चाहते हैं कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भी नामांकन दाखिल करें तो उन्होंने कहा कि कोई टिप्पणी नहीं करूंगा. मेरा काम चुनाव कराने का है. कांग्रेस की ओर से घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार 22 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होगी, 24 सितंबर से नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं और यदि एक से अधिक उम्मीदवार हुए तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा.
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