Mallikarjun Kharge Attack PM Narendra Modi on Lateral Entry: कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने हाल ही में यूपीएससी की ओर से लेटरल एंट्री के जरिए निकाली गई भर्ती को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला किया है. खरगे ने सोमवार (19 अगस्त 2024) को एक्स पर एक पोस्ट में बताया कि मोदी सरकार के लेटरल एंट्री का प्रावधान संविधान पर हमला क्यों है?
खरगे ने अपने पोस्ट में बताया कि सरकारी महकमों में नौकरियां भरने के बजाय, पिछले 10 वर्षों में अकेले PSUs में ही भारत सरकार के हिस्सों को बेच-बेच कर, 5.1 लाख पद भाजपा ने ख़त्म कर दिए हैं. कैजुअल और कॉन्ट्रैक्ट भर्ती में 91% का इजाफा हुआ है. एससी, एसटी और ओबीसी के 2022-23 तक 1.3 लाख पद कम हुए हैं.
'अब आरएसएस के लोगों को मिलेंगे पिछड़े लोगों के पद'
खरगे ने आगे लिखा है, "हम लेटरल एंट्री गिने-चुने स्पेशलिस्ट और एक्सपर्ट्स को कुछ सेक्टर स्पेसिफिक पोस्ट पर उनकी उपयोगिता के अनुसार नियुक्त करने के लिए लाए थे, लेकिन मोदी सरकार ने इसका इस्तेमाल सरकार में एक्सपर्ट नियुक्त करने के लिए नहीं बल्कि दलित, आदिवासी व पिछड़े वर्गों का अधिकार छीनने के लिए किया है. एससी, एसटी, ओबीसी और EWS के पद अब आरएसएस के लोगों को मिलेंगे. ये आरक्षण छीनकर संविधान को बदलने का भाजपाई चक्रव्यूह है."
राहुल गांधी भी इस मुद्दे पर कर चुके हैं सरकार की आलोचना
बता दें कि इससे पहले रविवार को राहुल गांधी ने भी इस मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार की खिंचाई की थी. राहुल गांधी ने इसे लेकर कहा था कि यह सरकार बड़े पदों पर भर्ती संघ लोक सेवा आयोग की जगह ‘राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ’ से कर रही है. नरेंद्र मोदी संघ लोक सेवा आयोग की जगह ‘राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ’ के ज़रिए लोकसेवकों की भर्ती कर संविधान पर हमला कर रहे हैं. केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों में महत्वपूर्ण पदों पर लेटरल एंट्री के ज़रिए भर्ती कर खुलेआम SC, ST और OBC वर्ग का आरक्षण छीना जा रहा है.
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