लोकसभा चुनाव में इस राज्य से मिली करारी हार तो कांग्रेस ने उठाया बड़ा कदम, पूरी प्रदेश कमेटी कर दी भंग
Odisha Congress Dissolves: कांग्रेस ने अपनी ओडिशा इकाई को भंग कर दिया है. इनके साथ ही नए अध्यक्ष के चुने जाने तक जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया गया है.
Odisha Congress Dissolves: ओडिशा विधानसभा और लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस ने अपनी राज्य इकाई को पूरी तरह से भंग कर दिया है. यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि प्रदेश में पार्टी को नए तरीके से पुनर्जीवित करने पर काम किया जा सके. हाल ही में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी का यहां काफी खराब प्रदर्शन रहा था. जिसके बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने रविवार (21 जुलाई) को ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भंग करने का ऐलान किया.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के कुछ दिन बाद ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) को भंग कर दिया. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ओपीसीसी को भंग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसमें पीसीसी अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों और कार्यकारी समिति के अलावा जिला, प्रखंड और मंडल स्तर की कांग्रेस कमेटी, संगठनों, विभागों, प्रकोष्ठों को तत्काल प्रभाव से पूर्ण रूप से भंग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
नई नियुक्ति तक मौजूदा अध्यक्ष होंगे कार्यवाहक अध्यक्ष
इसके साथ ही ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारी समिति, जिला/ब्लॉक/मंडल कांग्रेस समितियां, फ्रंटल संगठन, विभाग और प्रकोष्ठ तत्काल प्रभाव से भंग कर दिए जाएंगे. साथ ही कहा गया है कि नए जिला कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति होने तक मौजूदा अध्यक्ष कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में काम करेंगे. अब तक शरत पटनायक ओडिशा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष थे.
ओडिशा में विधानसभा और लोकसभा में कांग्रेस का रहा खराब प्रदर्शन
वहीं, एआईसीसी का ये फैसला ओडिशा में कांग्रेस के नेताओं के एक वर्ग की ओर से ओपीसीसी अध्यक्ष शरत पटनायक के इस्तीफे की मांग के बीच आया है. अभी हाल ही में संपन्न विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. कांग्रेस ने 2019 में विधानसभा में अपनी सीटों की संख्या में सुधार किया और 2024 में 14 सीटें हासिल कीं, लेकिन पार्टी का वोट शेयर घटकर 13.26% रह गया, जो 5 साल पहले 16.3% था. इस दौरान लोकसभा चुनावों में पार्टी अपनी एकमात्र कोरापुट सीट बचाने में सफल रही और उसका वोट शेयर 2019 के 14% के मुकाबले घटकर 12.52% रह गया.
रिजल्ट के बाद कार्यकर्तांओं ने प्रदेश अध्यक्ष के कमरे में फेंकी थी स्याही
लोकसभा और विधानसभा चुनावों के रिजल्ट आने के कुछ दिनों बाद, कथित तौर पर कुछ “असंतुष्ट” कांग्रेस सदस्यों ने ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पर उनके कक्ष में स्याही फेंकी गई, जिसके बाद कांग्रेस ने 5 स्थानीय कार्यकर्ताओं को निष्कासित कर दिया था. इस बीच, एआईसीसी ने तीन बार विधायक रह चुके आदिवासी चेहरे राम चंद्र कदम को राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता नियुक्त किया है.
बासुदेवपुर से पहली बार विधायक बने अशोक दास को सीएलपी का उपनेता नियुक्त किया गया है. इसके अलावा, दो बार आदिवासी विधायक रह चुके सीएस राजेन एक्का को सोमवार से शुरू हो रहे ओडिशा विधानसभा के बजट सत्र से पहले पार्टी का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है.
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