Farmers Protest: 'कंटीले तार, ड्रोन से आंसू गैस, कीले और बंदूकें', मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र को बताया तानाशाह, किसान आंदोलन को लेकर यूं घेरा
Farmers Protest News: कांग्रेस ने किसान आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान किया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए अपने तीन वादे तोड़े हैं.
![Farmers Protest: 'कंटीले तार, ड्रोन से आंसू गैस, कीले और बंदूकें', मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र को बताया तानाशाह, किसान आंदोलन को लेकर यूं घेरा Congress President Mallikarjun Kharge supported farmers protest attack on Modi government Farmers Protest: 'कंटीले तार, ड्रोन से आंसू गैस, कीले और बंदूकें', मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र को बताया तानाशाह, किसान आंदोलन को लेकर यूं घेरा](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2024/02/13/76003f40bf398f1e0933692b2c786b201707806365793916_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Mallikarjun Kharge supported farmers protest: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को किसानों के आंदोलन का समर्थन किया और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए वादे तोड़ दिए. उन्होंने दावा किया कि सरकार अब किसानों की आवाज पर लगाम लगाने का प्रयास कर रही है.
खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'कंटीले तार, ड्रोन से आंसू गैस, कीले और बंदूकें… सबका है इंतजाम, तानाशाह मोदी सरकार ने किसानों की आवाज पर जो लगानी है लगाम ! 'उन्होंने कहा, 'याद है ना “आंदोलनजीवी” व “परजीवी” कहकर किया था बदनाम और 750 किसानों की ली थी जान। '
खरगे ने आरोप लगाया, '10 वर्षों में मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए अपने तीन वादे तोड़े हैं — 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी, स्वामीनाथन रिपोर्ट के मुताबिक लागत और 50 प्रतिशत एमएसपी लागू करना और एमएसपी को कानूनी दर्जा।'
खरगे ने कहा, 'अब समय आ गया है 62 करोड़ किसानों की आवाज उठाने का. छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में आज कांग्रेस पार्टी “किसान न्याय” की आवाज उठाएगी. उन्होंने कहा, 'हमारा किसान आंदोलन को पूरा समर्थन है. न डरेंगे, न झुकेंगे !'
दिल्ली कूच कर रहे किसान
फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने समेत अन्य मांगों को लेकर दो केंद्रीय नेताओं के साथ बैठक बेनतीजा रहने के बाद पंजाब से किसानों ने मंगलवार को सुबह अपना दिल्ली चलो मार्च शुरू कर दिया. किसानों की अंबाला-शंभू, खनौरी-जींद और डबवाली सीमाओं से दिल्ली की ओर कूच करने की योजना है. कई किसानों ने अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ फतेहगढ़ साहिब से सुबह करीब 10 बजे मार्च शुरू किया और वे शंभू सीमा के जरिए दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं। संगरूर में महल कलां से एक और समूह खनौरी सीमा के जरिए दिल्ली की ओर कूच कर रहा है.
हरियाणा में प्रशासन ने कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटीली तारों का इस्तेमाल कर अंबाला, जींद, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र और सिरसा में कई स्थानों पर पंजाब के साथ राज्य की सीमाओं पर सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी है. पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर कई स्थानों पर पानी की बौछारें करने वाली गाड़ियों समेत दंगा रोधी वाहन भी तैनात किए गए हैं. हरियाणा सरकार ने भी 15 जिलों में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत पाबंदियां लागू की हैं जिसके तहत पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्रित होने और ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ किसी भी प्रकार के प्रदर्शन पर रोक है.
दिल्ली की सीमाओं पर बहुस्तरीय अवरोधक, कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटेनर की दीवारें लगाकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. किसान अपने साथ ट्रैक्टर-टॉली पर सूखा राशन, गद्दे और बर्तन समेत अन्य आवश्यक सामान लेकर चल रहे हैं. ट्रैक्टर ट्रॉली के काफिले में एक खुदाई मशीन थी. अमृतसर में एक किसान ने कहा कि इसका इस्तेमाल अवरोधक तोड़ने में किया जाएगा.
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