NEET News: देश की सबसे बड़ी और दूसरी सबसे मुश्किल परीक्षा एनईईटी यूजी पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. इस बीच दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने शिक्षा मंत्री और एनटीए के द्वारा नीट एक्जाम घोटाले की लीपापोती चालू कर दी है.
मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर पोस्ट करते हुए मोदी सरकार से पूछा कि अगर नीट एक्जाम में पेपर लीक नहीं हुआ तो बिहार में 13 आरोपियों को पेपर लीक के चलते गिरफ़्तार क्यों किया गया? इसके अलावा क्या रैकेट में शामिल शिक्षा माफिया व संगठित गिरोह को पेपर के बदले 30 से 50 लाख रुपए तक के भुगतान का पटना पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने पर्दाफ़ाश नहीं किया.
गोधरा में नीट-यूजी में धोखाधड़ी पर खरगे ने पूछे सवाल?
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि गुजरात के गोधरा में नीट-यूजी में धोखाधड़ी करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ नहीं हुआ है? खरगे ने आगे कहा कि जिसमें कोचिंग सेंटर चलाने वाले एक व्यक्ति, एक शिक्षक और एक अन्य व्यक्ति समेत 3 लोग शामिल हैं और गुजरात पुलिस के अनुसार आरोपियों के बीच 12 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन सामने आया है?
मोदी सरकार जनता की आंखों में धूल झोंक रही- कांग्रेस अध्यक्ष
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने मोदी सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि अगर मोदी सरकार के मुताबिक़ नीट में कोई पेपर लीक नहीं हुआ तो ये गिरफ़्तारियां क्यों हुई? इससे क्या निष्कर्ष निकला? क्या मोदी सरकार देश की जनता की आंखों में पहले धूल झोंक रही थी या अब? उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 24 लाख युवाओं के अरमानों का गला घोंटने का काम किया है.
खरगे ने कहा कि नीट एक्जाम में 24 लाख युवा डॉक्टर बनने के लिए परीक्षा देते हैं, जिसमें वो 1 लाख मेडिकल सीटों के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं. इन 1 लाख सीटों में से क़रीब 55,000 सरकारी कॉलेजों की सीट है जहां एससी, एसटी, ओबीसी, और ई SC, ST, OBC, ईडब्ल्यूएस वर्गों की सीट आरक्षित हैं.
मोदी सरकार ने NTA का दुरुपयोग कर की धांधली- खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस बार मोदी सरकार ने एनटीए का दुरुपयोग कर मार्क और रैंक की ज़ोरदार धांधली की है जिससे आरक्षित सीटों का कट ऑफ भी बढ़ गया है. खरगे ने आगे कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि गुणवान के छात्रों को रियायती दरों में सरकारी दाखिले से वंचित करने के लिए ग्रेस मार्क, पेपर लीक और धांधली का खेल खेला गया है.
ये भी पढ़ें: राहुल नहीं बनना चाहते हैं लोकसभा में विपक्ष के नेता! आखिर क्यों?