कोच्चि (केरल): भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में वकील, सामाजिक कार्यकर्ता और वामपंथी विचारकों की गिरफ्तारी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा है. केरल बाढ़ का जायजा लेने पहुंचे राहुल ने कहा कि आज देश नागपुर से चल रहा है. हम एकजुट होकर इसके खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे. ध्यान रहे की आरएसएस का मुख्यालय नागपुर में है.


राहुल गांधी ने कोच्चि में कहा, ''देश में दो तरह का विजन है. एक केंद्रित है और दूसरा सभी को जगह देता है. पहला एक ही विचारधारा को मानता है जो नागपुर का है. आज देश नागपुर से चल रहा है. दूसरा सभी विचारों, संस्कृति का सम्मान करता है. हम इसके लिए लड़ाई जारी रखेंगे. हम सभी विपक्षी दल एक साथ रहेंगे.''


इससे पहले कल राहुल ने पांच शख्स की गिरफ्तारी पर कहा था, ‘‘भारत में अब सिर्फ एकमात्र एनजीओ के लिए जगह है और वह आरएसएस है. दूसरे सभी एनजीओ को बंद कर दो. सभी कार्यकर्ताओं को जेल भेज दो और शिकायत करने वालों को गोली मार दो. न्यू इंडिया में स्वागत है.’’


भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में ही नहीं पहले भी गिरफ्तार हो चुके हैं कवि वरवर राव, जानें उनके बारे में


महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में कल पुलिस ने मुंबई, पुणे, गोवा, दिल्ली, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और हरियाणा में 10 जगहों पर छापेमारी की. पुणे के संयुक्त पुलिस आयुक्त शिवाजीराव बोडखे ने कहा कि हमने वरवर राव, वेर्नोन गोंजाल्वेज, अरुण परेरा, सुधा भारद्वाज और गौतम नौलखा को गिरफ्तार किया है. इन गिरफ्तारियों का कई सामाजिक-मानवाधिकार कार्यकर्ताओं व पूर्व नौकरशाहों ने विरोध किया है.


गौरतलब है कि भीमा-कोरेगांव, दलित इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है. जहां पेशवा और अंग्रेजों के बीच लड़ाई हुई जिसमें दलितों ने अपने अत्याचार का बदला लेने के लिए अंग्रेजों का साथ दिया. इसी लड़ाई के 200 साल पूरे होने पर दलित इकट्ठा हुए और इसी दौरान हिंसा हो गई. पुलिस का दावा है कि 31 दिसंबर को एल्गार परिषद कार्यक्रम में दिए गए भाषण ने हिंसा भड़काई. इसी हिंसा के आरोप में सभी को गिरफ्तार किया गया है.


भीमा कोरेगांव हिंसा: प्रोफेसर, वकील, मानवाधिकार कार्यकर्ता, IIT टॉपर रह चुकी हैं सुधा भारद्वाज


भीमा कोरेगांव हिंसा: गिरफ्तार प्रोफेसर सुधा भारद्वाज की रिमांड पर पुलिस को झटका