नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को जी-20 और पड़ोसी देशों के राजनयिकों के साथ मुलाकात की. पहले यह कार्यक्रम पिछली 15 फरवरी को आयोजित किया जाना था. हालांकि 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद इसे रद्द कर दिया गया था. विदेशी राजनयिकों के साथ राहुल गांधी की बैठक तकरीबन 2 घन्टे तक चली. इस दौरान यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे.



कार्यक्रम के बाद कांग्रेस विदेश मामलों के विभाग के प्रमुख आनंद शर्मा ने कहा कि, ये एक अनौपचारिक भोज-बातचीत थी. उन्होंने बताया कि इस मुलाकात में देश और दुनिया के हर विषय पर बात हुई. राजनैतिक, आर्थिक विषय, रोजगार-व्यापार आदि से जुड़े विषयों पर बात हुई और विचारों का आदान प्रदान हुआ.



आनंद शर्मा ने आगे कहा, ''इस बैठक में पाकिस्तान पहले से ही आमंत्रित नहीं था. कांग्रेस पार्टी मजबूत तरीके से आतंकवाद से मुकाबला करती आई है. हम इसे राष्ट्रीय चुनौती समझते हैं. हम किसी भी रूप में आतंकवाद को स्वीकार नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से आग्रह है और सवाल भी कि कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों को अधिकार है सवाल पूछने का. उसे आप राष्ट्र विरोधी ना कहें. हमें उनसे किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. हमारे दो प्रधानमंत्री शहीद हो चुके है. हमारे कई कार्यकर्ता शहीद हुए.



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