नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी पहली बार 15 जनवरी को अमेठी पहुँच रहे हैं. वे यहॉं से लोकसभा के सांसद भी हैं. राहुल के दो दिनों के दौरे को यादगार बनाने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने ज़बरदस्त तैयारी की है. इस दौरान वे लोगों के साथ खिचड़ी खायेंगे और हनुमान मंदिर में भी मत्था टेकेंगे.


दिल्ली से लखनऊ पहुँचने पर एयरपोर्ट पर राहुल गांधी का भव्य स्वागत होगा. यहीं से वे गाड़ी से रायबरेली होते हुए अमेठी के लिए रवाना होंगे. सबसे पहले सलोन में उनका अभिनंदन होगा. यहॉं उन पर फूलों की बारिश होगी. यहीं पर वे कांग्रेस समर्थकों से अपने मन की बात करेंगे. समझा जाता है कि इसी बहाने उन्होंने मोदी सरकार पर हमले की तैयारी की है.कार्यकर्ताओं और आम लोगों से मिलते हुए राहुल मुंशीगंज गेस्ट पहुँच जायेंगे. यहाँ वे पारटी के अपने क़रीबी नेताओं के साथ मीटिंग करेंगे. राहुल गांधी के दो दिनों के दौरे को मिशन 2019 से जोड़ कर देखा जा रहा है.


एक जगह वे रोड शो और एक जगह पद यात्रा भी करेंगे


अगले दिन यानी 16 जनवरी को राहुल गांधी का बड़ा व्यस्त कार्यक्रम है. शुरूआत मुसाफिरखाना से होगी. इस दौरान एक जगह वे रोड शो और एक जगह पद यात्रा भी करेंगे. फिर गौरीगंज, जगदीशपुर और मोहनगंज होते हुए वे लखनऊ लौट जायेंगे. यूपी में लोकसभा की 80 सीटें है. पिछली बार कांग्रेस सिर्फ़ अमेठी और रायबरेली ही बचा पाई थी. सोनिया गांधी रायबरेली से एमपी हैं. प्रियंका गांधी की मानें तो सोनिया ही अगला चुनाव लड़ेंगी. राहुल के लिए सबसे बड़ी चुनौती तो यूपी में ही पार्टी के लिए अच्छे दिन लाने की है.


अखिलेश यादव पहले ही समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधन को आगे न ले जाने का मन बना चुके हैं. बीएसपी भी अकेले ही चुनाव लड़ने के मूड में है. ऐसे में राहुल गांधी के लिए मज़बूत बीजेपी से मुक़ाबला करना बड़ा मुश्किल होगा. अभी तक तो यही लग रहा है कि केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी फिर अमेठी में उनके ख़िलाफ़ चुनाव लड़ेंगी. पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अमेठी में एक भी सीट नहीं जीत पाई थी.