नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज तिहाड़ जेल जाकर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम से मुलाकात की. इससे पहले चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम भी तिहाड़ जेल गए और पिता से मुलाकात की. पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को सीबीआई ने आईएनक्स मीडिया केस में 21 अगस्त को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद कुछ दिनों तक चिदंबरम जांच एजेंसी की रिमांड पर रहे और फिर उन्हें पांच सितंबर को तिहाड़ जेल भेज दिया गया.


19 सितंबर को दिल्ली की एक अदालत ने आईएनएक्स मीडिया मामले में चिदंबरम की न्यायिक हिरासत की अवधि तीन अक्टूबर तक बढ़ा दी थी. पी चिदंबरम को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर निशाना साधती रही है. इस बीच कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने चिदंबरम से मुलाकात की है. कांग्रेस की कोशिश चिदंबरम के प्रति एकजुटता दिखाने की है. माना जा रहा है कि मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी चिदंबरम से उनकी खैरियत पूछेंगे.


पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और गुलाम नबी आजाद ने तिहाड़ जेल जाकर पी चिदंबरम से मुलाकात की थी. कांग्रेस का कहना है कि चिदंबरम पर मोदी सरकार राजनीतिक बदले की कार्रवाई कर रही है.





कांग्रेस नेताओं का कहना है कि चिदंबरम के खिलाफ बड़े बड़े शब्द इस्तेमाल किए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि वह किंगपिन हैं. किसके किंगपिन हैं? क्या 11 अधिकारियों के किंगपिन हैं? दरअसल, साजिश पूर्व वित्त मंत्री की नहीं, बल्कि सरकार की है. जो गिरफ्तार हैं वो किंगपिन नहीं है. जो चरित्रहनन का अभियान चला रहे हैं वे लोग किंगपिन हैं.


कांग्रेस नेता ने दावा किया कि यह राजनीतिक प्रतिशोध की सर्वोत्तम मिसाल है. अगर यही स्थिति रही तो कोई भी मंत्री फाइलों पर हस्ताक्षर नहीं करेगा.