Congress Protest: संसद परिसर में विपक्ष का प्रदर्शन, किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस सांसदों के साथ सोनिया-राहुल ने खोला मोर्चा
Centre Farm Laws: किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस सांसदों ने जमकर प्रदर्शन किया.
Parliament Winter Session: संसद का शीतकालीन सत्र दोनों सदनों में शुरू हो गया है. सत्र शुरू होने के 15 मिनट के भीतर ही सदन में कांग्रेस और अन्य पार्टियों के नेताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी. उधर कार्यवाही शुरू होने से पहले ससंद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास कांग्रेस सांसदों ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया. केंद्र सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए. कांग्रेस ने तीनों कृषि कानूनों को तत्काल निरस्त करने और MSP की कानूनी गारंटी देने की मांग की.
कांग्रेस के प्रदर्शन की तस्वीरें दिखाते हुए प्रताप सिंह बाजवा और मनीष तिवारी ने एबीपी न्यूज से बातचीत की. इस बातचीत के दौरान मनीष तिवारी और बाजवा दोनों ने बोला है कि संसद की कार्यवाही नहीं चलेगी. वहीं बीजेपी का कहना है कि किसानों के मुद्दे पर विपक्ष राजनीति न करे, सरकार हमेशा से किसानों के साथ रही है. बीजेपी सांसद हरनाथ यादव ने कहा, राहुल गांधी और उनकी पार्टी सिर्फ राजनीति कर रही है.
#WATCH दिल्ली: कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नेतृत्व में पार्टी के सांसदों ने संसद में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/BzPx2JkKar
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 29, 2021
विपक्षी दलों ने कई मुद्दों पर रणनीति तय की
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र के आरंभ होने से पहले बैठक की जिसमें तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक सहित कई मुद्दों को लेकर रणनीति पर चर्चा की गई. सूत्रों के मुताबिक, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई इस बैठक में इन विपक्षी दलों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी दिए जाने की जरूरत पर जोर दिया.
इस बैठक में खड़गे के अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले, नेशनल कांफ्रेंस के हसनैन मसूदी, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के एनके प्रेमचंद्रन और कुछ अन्य नेता शामिल हुए. इस बीच, राज्यसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक जयराम रमेश ने दावा किया कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने संबंधी विधेयक को चर्चा के बिना पारित करना चाहती है.