नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोरोना वायरस के चलते एक बार फिर दिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुझाव दिया है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पांच सुझाव देते हुए कहा कि छोटे एवं मध्यम उद्योग को बचाने के लिए हमें उनकी मदद करने की आवश्यकता है.
सोनिया गांधी ने सुझाव देते हुए कहा, 1 लाख करोड़ रु. के‘एमएसएमई सेक्टर वेज प्रोटेक्शन’ पैकेज की घोषणा की जाए। इससेइन नौकरियों को बचाया जा सके. उन्होंने दूसरा सूझाव देते हुए कहा कि 1 लाख करोड़ रु. के ‘क्रेडिट गारंटी फंड’ का गठन किया जाए. इससे इस सेक्टर में तत्काल लिक्विडिटी आएगी और एमएसएमई को जरूरत पड़ने पर पर्याप्त पूंजी उपलब्ध हो सकेगी.
तीसरे सुझाव में सोनिया गांधी ने कहा, ''आरबीआई द्वारा उठाए गए कदम कमर्शियल बैंकों के जमीनी क्रियान्वयन में भी दिखाई दें, जिससे एमएसएमई इकाईयों को पर्याप्त, आसान दरों पर व जल्द से जल्द कर्ज सुनिश्चित हो सके. इसके अलावा आरबीआई के मोनेटरी निर्णयों को सरकार की संपूर्णवित्तीय मदद मिले, जिससे इन इकाईयों को लाभ पहुंचे.
चौथा सुझाव उन्होंने देते हुए कहा है कि लोन के भुगतान के लिए आरबीआई द्वारा घोषित लोन मोरेटोरियम का लाभ एमएसएमई इकाईयों के लिए 3 माह से आगे बढ़ाकर इसका विस्तार किया जाए. सरकार को एमएसएमई के लिए टैक्स में छूट/कटौती तथा अन्य सेक्टरविशेष समाधान भी तलाशने चाहिए और पांचवां, अत्यधिक कोलेटरल सिक्योरिटी के चलते एमएसएमई इकाईयों को कर्ज नहीं मिलपाता. एमएसएमई इकाईयों के लिए ‘मार्जिन मनी’ की सीमा भी मौजूदा स्थिति में बहुत अधिक है. इन कारणों से एमएसएमईसेक्टर को कर्ज की उपलब्धता कम है. इस समस्या का फौरन समाधान करना भी अति आवश्यक है.
इसके साथ ही सोनिया गांधी ने यह भी कहा कि माईक्रो, स्मॉल एवं मीडियम उद्योग (‘एमएसएमई’) देश की जीडीपी में एक तिहाई का योगदान देते हैं एवं हमारे देश के कुल निर्यातमें 50 प्रतिशत हिस्सा इस सेक्टर का है. एमएसएमई सेक्टर की 6.3 करोड़ इकाईयों में 11 करोड़ से अधिक लोग रोजगार पाते हैं. कोरोना के इस दौर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह सातवां पत्र है.