लखनऊ: प्रवासी मजदूरों के लिए बस मुहैया कराने की कवायद में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की तरफ से यूपी सरकार को एक और चिट्ठी लिखी गई है. इसमें आरोप लगाया गया है कि आगरा में ऊंचा नागला पर बॉर्डर पर बसे खड़ी हैं लेकिन प्रशासन उन्हें आगे नहीं जाने दे रहा है. तत्काल हमारी सभी बसों को अनुमति पत्र भेजें ताकि हम आगे बढ़ सकें. प्रियंका गांधी के सचिव की तरफ से यूपी सरकार के अपर मुख्य सचवि अवनीश अवस्थी को मंगलवार को करीब पौने 4 बजे पत्र लिखा गया है.


पत्र में कहा गया है, ''हम बसों को लेकर लगभग तीन घंटे से यूपी बॉर्डर पर, ऊंचा नागला पर खड़े हैं लेकिन आगरा प्रशासन हमें अंदर घुसने नहीं दे रहा है. हम एक बार फिर आपसे कहना चाहते हैं कि ये वक्त संवेदनशीलता दिखाने का है. आप तत्काल हमारी सभी बसों को अनुमति पत्र भेजिए ताकि हम आगे बढ़ सकें. ''


इसमें आगे लिखा गया, ''यूपी के लाखों श्रमिक भाई-बहन परेशान हैं. हम सब मिलकर ही इस आपदा की चुनौती से निपट सकते हैं. आपसे निवेदन है कि श्रमिकों को राहत देने के लिए और इस स्थिति को खत्म करने के लिए कृपया प्रशासन को हमारा अनुमति पत्र भेजें. ताकि हमारी बसें आगरा होते हुए गाजियाबाद और नोएडा तक पहुंच जाएं. आशा है कि आप श्रमिकों के हित में ये कदम तुरंत उठाएंगे.''


यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू ने कहा कि यूपी सरकार जान बूझकर गरीबों और मजदूरों का मजाक बना रही है. उन्होंने कहा, ''16 मई को प्रियंका गांधी जी का पत्र लेकर लोकभवन गया. सरकार से हमने 1000 बसों की अनुमति मांगी. 17 तारीख तक सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया. 18 को जब हम लोगों के प्रेस कॉन्फ्रेंस की तो सरकार नींद से जागी. आज सुबह पुनः 11 बजे उनका पत्र आता है कि आप एक घंटे में गाजियाबाद और नोएडा के बॉर्डर पर बसें खड़ी कर दीजिए. हम सहयोग करना चाहते है...जान बूझकर यह सरकार गरीब मजदूर के साथ घिनौने मजाक करने का काम कर रही है. सरकार से लगातार बातचीत चल रही है.''


बता दें कि इससे पहले बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि बस के नाम पर कुछ कारों और ऑटो का नंबर दे दिया गया. यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस का काम गुमराह करना और व्यवधान डालना है. राजस्थान और महाराष्ट्र की हालत बद से बदतर है. कांग्रेस कुछ कर नहीं पा रही है. कांग्रेस ने टूव्हीलर, ओटो रिक्सा एम्बुलेंस की लिस्ट भेजी. कांग्रेस के पास धरातल पर कुछ नहीं है. ये ट्विटर की राजनीति करने वाले लोग हैं. कांग्रेस शासित प्रदेशों को अपने कृत्य के अनुसार माफी मांगनी चाहिए. इस पर कांग्रेस ने कहा कि ये नंबर तो सरकार की तरफ से जारी किया गया है. सरकार लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रही है. वे जानबूझकर राजनीति करने के लिए नकली नंबर बना रहे हैं. हमने बसों का नंबर दिया है. हम इसे सार्वजनिक कर सकते हैं.


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