Priyanka Gandhi Attacks On BJP Government: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने शुक्रवार को डॉलर (Dollar) के मुकाबले भारतीय रुपये (Indian Rupee) में जारी गिरावट को लेकर केंद्र की बीजेपी सरकार (BJP Government) पर निशाना साधा है.


प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि  2014 तक रुपये की गिरावट को देश की साख और सरकार की नीतियों से जोड़ने वाले प्रधानमंत्री आज रुपये में रिकॉर्ड गिरावट को लेकर मौन क्यों हैं?" प्रियंका ने रुपये की कीमत में जारी गिरावट के लिए सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आज एक डॉलर 81 रुपये के बराबर पहुंच गया है. उन्होंने पूछा कि रुपये में ये रिकॉर्ड गिरावट बीजेपी सरकार की किन भ्रष्ट नीतियों का परिणाम हैं?


डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट लगातार जारी है. शुक्रवार को इसकी कीमत में भारी गिरावट के साथ इतिहास में पहली बार एक डॉलर की कीमत 81 रुपये से ज्यादा पहुंच गई. भारतीय रुपये के अब तक के सबसे निचले स्तर पर गिरने के बाद विपक्षी कांग्रेस को केंद्र सरकार पर हमला बोलने का मौका मिल गया है. प्रियंका गांधी के साथ-साथ उनकी पार्टी कांग्रेस ने भी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में आई इस गिरावट को लेकर बीजेपी पर हमला बोला.


कांग्रेस की ओर से पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इसे ट्विटर पर लिखा, रुपये के कमजोर होने का असर आपकी जेब पर कैसे पड़ता है? रुपया कमजोर होने का मतलब है आयात की लागत बढ़ना. जैसे - कोई सामान व‍िदेश से 1 डॉलर में आता है तो स‍ितंबर 2021 में हमें 73 रुपए चुकाने होते थे. वहीं, अब इसी सामान के 81 रुपए चुकाने होंगे, पूरे 8 रुपए ज्‍यादा." 






कच्चा तेल होगा महंगा


कांग्रेस ने रुपये की गिरती कीमत पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि जब कोई सामान व‍िदेश से 8 रुपये ज्‍यादा कीमत पर देश में आएगा तो लोगों को भी महंगे दाम पर म‍िलेगा. कांग्रेस ने कच्चा तेल का उदारण देते हुए कहा कि जैसे भारत 80 फीसदी कच्चा तेल (Crude Oil) आयात करता है, अब यह महंगे दाम पर भारत आएगा. तेल महंगा होगा तो महंगाई बढ़ेगी, क्योंकि माल ढुलाई की लागत बढ़ जाएगी. इसकी वजह से चीजें महंगी होंगी. 


लोगों को चुकानी होगी ज्यादा कीमत


कांग्रेस ने रुपये की कीमत कम होने पर इससे पैदा होने वाली दिक्कतों के बारे में कहा कि जह महंगाई बढ़ेगी तो RBI इसे काबू करने के ल‍िए ब्‍याज दर बढ़ाएगी. ऐसे में लोन की EMI बढ़ जाएगी और लोगों को ज्‍यादा रकम चुकानी होगी. विदेश में पढ़ाई करना, घूमना, रहना-खाना सब महंगा होगा. यानी रुपए का कमजोर होना आपके और देश के कमजोर होने की न‍िशानी है. 


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