Congress Protest: राहुल गांधी की अयोग्यता के खिलाफ कांग्रेस के मशाल जुलूस को पुलिस ने रोका, कई कार्यकर्ता हिरासत में लिए गए
Congress Mashaal Julus: कांग्रेस ने लोकसभा से पार्टी नेता राहुल गांधी की अयोग्यता के खिलाफ लाल किले से टाउन हॉल तक विरोध मार्च निकालने की घोषणा की थी.
Congress Protest March: कांग्रेस ने पार्टी नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को लोकसभा से अयोग्य ठहराये जाने को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में कांग्रेस ने मंगलवार (28 मार्च) को लाल किले से पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित टाउन हॉल तक मशाल जुलूस निकालने की घोषणा की. इसके अलावा बुधवार को देश भर में प्रेस कांफ्रेंस की जाएगी. फिर 29 मार्च से 8 अप्रैल तक ब्लॉक स्तर पर 'जय भारत सत्याग्रह' किया जाएगा.
कांग्रेस ने देर शाम से 'लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च' निकालने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. विरोध मार्च शुरू होने से पहले लाल किले के नजदीक जेपी अग्रवाल समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. पुलिस का कहना है कि मशाल मार्च निकालने की इजाजत नहीं है.
लाल किले के सामने हंगामा जारी
इसके बाद लाल किले के सामने पूरी तरह जाम लग गया है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सफेद कपड़ा जलाया जिसे पुलिस ने आकर बुझाया. जिसके बाद पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच बहसबाजी हुई. आग जलाकर मशाल बनाने वाले कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बस में बिठा लिया है. हिरासत मे लिये गये नेताओं और कार्यकर्ताओं को न्यू पुलिस लाइन ले जाया जा रहा है.
कांग्रेस ने कहा कि 'सत्य' और 'सत्याग्रह' से तानाशाह डर गया है. कांग्रेस के शांतिपूर्ण 'मशाल मार्च' को रोकने के लिए लाल किले के पास भारी संख्या में पुलिस लगा दी गई. दिल्ली के कोने-कोने से कांग्रेस के साथियों को हिरासत में लिया जा रहा है.
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया तानाशाही
कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है, ये तानाशाही का नजारा है. लोकतंत्र को बचाने के लिए लोग आवाज नहीं उठा सकते, शांति मार्च नहीं निकाल सकते. पुलिस भी इनकी है. राजघाट पर जाने के लिए इजाजत नहीं देते, संसद में बोलने की इजाजत नहीं देते हैं. आखिर विपक्ष कहां जाए.
राहुल गांधी की संसद सदस्यता की गई है रद्द
कांग्रेस ने कहा कि वह राहुल गांधी की लोकसभा से 'अयोग्यता' के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी और इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच पहुंचेगी. गौरतलब है कि राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत ने 'मोदी उपनाम' को लेकर की गई टिप्पणी के संबंध में मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने और दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद उन्हें लोकसभा से 'अयोग्य' घोषित कर दिया था.
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