CWC Meeting: देश की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी (Congress Party) अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है. कई दिग्गज नेता पार्टी छोड़कर पलायन कर रहे हैं. 26 अगस्त को कांग्रेस के सबसे सीनियर लीडर (Senior Leaders) में से एक गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उसके बाद जम्मू-कश्मीर कांग्रेस से कई बड़े नेताओं ने कांग्रेस छोड़ दी. इन सबके बीच कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की रविवार (28 अगस्त) को बैठक होगी, जिसमें पार्टी अध्यक्ष (Party President) के चुनाव (Election) से जुड़े कार्यक्रम पर चर्चा होगी. जानकारी के अनुसार, प्रक्रिया में कुछ हफ्ते की देरी हो सकती है और अक्टूबर में पार्टी को पूर्णकालिक अध्यक्ष मिल सकता है. 


दरअसल, पिछले साल सीडब्ल्यूसी ने जिस कार्यक्रम को मंजूरी दी थी, उसके मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच पूरी की जानी थी. सीडब्ल्यूसी ने पिछले साल फैसला किया था कि ब्लॉक कमेटियों के लिए चुनाव 16 अप्रैल से 31 मई तक होंगे, जिला कमेटियों के अध्यक्षों के चुनाव एक जून से 20 जुलाई के बीच कराए जाएंगे, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के सदस्यों के चुनाव 21 जुलाई से 20 अगस्त के बीच और एआईसीसी अध्यक्ष का चुनाव 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच किया जाएगा. 


टल सकता हैं कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव
सीडब्ल्यूसी की इस महत्वपूर्ण बैठक से पहले कांग्रेस सूत्रों ने यह भी बताया कि अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया को पूरा होने में पहले से निर्धारित कार्यक्रम के मुकाबले कुछ सप्ताह की देरी हो सकती है, क्योंकि पार्टी का ध्यान इस समय भारत जोड़ो यात्रा पर केंद्रित है. कुछ राज्य इकाइयां जरूरी औपचारिकताएं पूरी नहीं कर पाई हैं. सूत्रों का कहना है कि इस ऑनलाइन बैठक में अध्यक्ष के चुनाव के कार्यक्रम को मंजरी देने के साथ ही सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व में विश्वास दिखाया जा सकता है. ये गुलाम नबी आजाद के पार्टी से इस्तीफे के मामले में महत्वपूर्ण होगा. 


"कांग्रेस नेतृत्व आंतरिक चुनाव के नाम पर दे रहा धोखा"
गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेतृत्व आंतरिक चुनाव के नाम पर धोखा दे रहा है. उन्होंने राहुल गांधी पर अपरिपक्व और बचकाने व्यवहार का आरोप भी लगाया था. वहीं, कांग्रेस ने उन पर पलटवार करते हुए पार्टी को धोखा देने का आरोप लगाया था और कहा था कि उनका डीनएन मोदी-मय हो गया है. 


राहुल, सोनिया और प्रियंका गांधी ऑनलाइन बैठक में लेंगे हिस्सा
कांग्रेस इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा की तैयारी कर रही है. इस यात्रा के दौरान करीब पांच महीने में दक्षिण में कन्याकुमारी से लेकर उत्तर में कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी. यह 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों से होकर गुजरेगी. साथ ही कई राज्यों में छोटे स्तर पर 'भारत जोड़ो यात्राएं' निकाली जाएंगी. सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय होगी, जब सोनिया चिकित्सा चिकित्सा जांच के लिए विदेश में हैं. उनके साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी भी गए हैं. सूत्रों ने बताया कि ये तीनों शीर्ष नेता सीडब्ल्यूसी की ऑनलाइन बैठक में भाग लेंगे.


राहुल गांधी को दोबारा अध्यक्ष बनाने की मांग
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई नेता सार्वजनिक रूप से राहुल गांधी से पार्टी अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी संभालने की अपील कर रहे हैं, हालांकि इस मुद्दे पर अनिश्चितता बरकरार है. कुछ पार्टी नेताओं की माने तो राहुल गांधी अपने इस रुख पर कायम हैं कि वह कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनेंगे. गहलोत ने बुधवार को इन खबरों को खास तवज्जो नहीं दी थी कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद के सबसे प्रमुख दावेदार हैं. उन्होंने कहा था कि अंतिम क्षण तक राहुल गांधी को पार्टी की कमान दोबारा संभालने के लिए मनाने का प्रयास किया जाएगा.


साल 2019 से अंतरिम अध्यक्ष हैं सोनिया गांधी
बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कांग्रेस अध्यक्ष पद (Congress President) से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद से अंतरिम अध्यक्ष (interim president) के तौर पर सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पार्टी की कमान संभाल रही हैं. हालांकि, कई बार कांग्रेस संगठन (Congress organization) में राहुल गांधी को दोबारा अध्यक्ष बनाए जाने की मांग उठती रही है.


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