सीमा विवाद पर कांग्रेस का सवाल- चीनी सेना की घुसपैठ पर मोदी सरकार चुप क्यों?
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सरकार से सवाल किया कि क्या गलवान नदी वैली और पैंगोंग सो लेक के हमारे इलाकों पर चीन की सेना ने कब्जा कर लिया है?
नई दिल्ली: चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार से सवाल किया है. कांग्रेस ने पूछा कि भारत और चीन के बार्डर पर चिंताजनक स्थिति बनी है. चीनी सेना की घुसपैठ पर मोदी सरकार क्यों चुप हैं? पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि लगवान नदी वैली और पैंगोंग में हमारे इलाके में चीन ने घुसपैठ की है.
सुरजेवाला ने कहा कि चीनी सेना द्वारा लद्दाख और सिक्किम में तीन स्थानों पर भारतीय सीमा में घुसपैठ समाचार पत्रों की सुर्खियां बनी हुई है. तथाकथित तौर से ये घुसपैठ लद्दाख में गलवान नदी वैली और पैंगोंग सो झील के इलाके में हुई है. खबरों की मानें तो चीनी सेना के हजारों सैनिकों ने गलवान वैली और पैंगोंग सो लेक एरिया (लद्दाख) में घुसपैठ कर हमारी ‘भूभागीय अखंडता’ पर अतिक्रमण का दुस्साहस किया.
कांग्रेस नेता ने कहा कि सुरक्षा विशेषज्ञों और सेना के जानकारों की मानें तो गलवान नदी वैली में चीन की घुसपैठ से ‘डर्बुक-श्योक-डीबीओ रोड’ को खतरा उत्पन्न हो जाएगा, जो उत्तर के इलाके में और काराकोरम दर्रा के नज़दीक भारतीय सेना को रसद और सभी प्रकार के सैन्य साजो सामान पहुंचाने के लिए सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि सामरिक विशेषज्ञों और देश की इन चिंताओं बारे मोदी सरकार को तत्काल स्थिति स्पष्ट कर जवाब देना चाहिए.
सुरजेवाला ने सवाल कई सवाल किए. उन्होंने पूछा कि क्या चीनी सेनाओं ने लद्दाख में गलवान नदी वैली और पैंगोंग सो लेक के हमारे इलाकों पर कब्जा कर लिया है? क्या उन्होंने चीन द्वारा स्वीकारित ‘सीमा रेखा’ को लांघकर गलवान नदी वैली में सैकड़ों टेंट, कॉन्क्रीट के ढांचे और लाईन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पार कई किलोमीटर सड़क बना ली है? इसी तरह से पैंगोंग सो लेक के उत्तरी तट पर भी क्या सड़क निर्माण किया है? क्या यह सही है पैंगोंग सो लेक के पास ‘फिंगर हाईट्स’ फिलहाल चीनी सेना के कब्जे में है?