नई दिल्ली: संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति के शपथग्रहण समारोह के बाद नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पहले भाषण पर विवाद हो गया है. कांग्रेस ने राष्ट्रपति के भाषण को लेकर राज्यसभा में सरकार पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अपमान का आरोप लगया है. राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि रामनाथ कोविंद ने अपने भाषण में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तुलना दीनदयाल उपाध्य से की, जो ठीक नहीं है. आजाद ने कहा कि ये सरकार लगातार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान कर रही है. पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का भी अपमान कर रही है.


आजाद ने कहा, “ऐसे लोगों की शताब्दी मनाई जा रही है जिनका स्वतंत्रता अंदोलन में कोई योगदान नहीं है. जिन लोगों ने स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ी, जेलों में सड़े उन्हें ये सरकार भूल कर रही है.”


महात्मा गांधी और राष्ट्र के नायकों की अनदेखी पर कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने कहा, “ हर समाज अपने राष्ट्र के नेताओं, राष्ट्र निर्माताओं और राष्ट्र पर कुर्बानी देने वालों को सम्मान से याद करता है. भारतवर्ष में भी यही परंपरा रही है. स्वतंत्रता संग्राम के महानायक महात्मा गांधी को सम्मान से याद किया जाता है. भारत में सबसे ऊपर दर्जा महात्मा गांधी का है.” उन्होंने आरोप लगाया कि अब सुनोयोजित तरीक से महात्मा गांधी के कद को छोटा दिखाया रहा है. उनके योगदान को छोटा किया जा रहा है.


आनंद शर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के नायक जवाहर लाल नेहरू थे, जो इस देश के प्रथम प्रधानमंत्री बने. राष्ट्रपति का अपने भाषण में पंडित नेहरू का नाम नहीं लेना. उन्हें छोटा दिखाने की कोशिश है.


आपको बता दें कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने पहले भाषण में पंडित नेहरू का नाम तक नहीं लिया था. जबकि उन्होंने महात्मा गांधी का ज़िक्र दीनदयाल उपाध्य के साथ किया और कहा था कि ये राष्ट्र उनके आदर्शों पर चलेगा.