नई दिल्ली: ईयू के सांसदों के कश्मीर दौरे पर अब कांग्रेस ने निशाना साधा है. कांग्रेस ने इसे केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का विवेकहीन कदम बताया और इसे PR स्टंट बताया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि देश ने एक ‘इंटरनेशनल बिजनेस ब्रोकर’ द्वारा प्रायोजित मोदी सरकार का अपरिपक्व, विवेकहीन व मूर्खतापूर्ण ‘PR स्टंट’ देखा. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि यूरोपियन संसद के 27 सदस्यों को भारत लाया गया और पीएम मोदी से मुलाकात करवाई गई. कश्मीर के जमीनी हालात जानने के लिए सरकार द्वारा कश्मीर भेजा गया. उन्होंने पीएम मोदी से इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण की मांग की.


सुरजेवाला ने कहा कि पिछले 72 साल से भारत की जांची और परखी नीति है कि कश्मीर हमारा आंतरिक मामला है. हम इस बारे किसी तीसरे पक्ष, समूह, संस्था या व्यक्ति की दखलंदाजी कभी स्वीकार नहीं करेंगे. पिछले तीन दिनों में इस नीति को पलटकर मोदी सरकार ने एक अक्षम्य अपराध किया है.





EU सांसदों के दौरे पर प्रियंका गांधी ने उठाया सवाल- कहा, बिजनेस ब्रोकर की PMO में कैसे बनी पहुंच?

इस मुद्दे पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर तीन तीर चलाए हैं.

1. मोदी सरकार ने भारत की कूटनीति को एक अंतर्राष्ट्रीय बिज़नेस ब्रोकर के हाथ गिरवी रख दिया है. क्या प्रधानमंत्री बताएंगे कि Madi Sharma कौन है? बीजेपी का इस ‘महिला आर्थिक व सामाजिक थिंकटैंक’ व ‘इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर नॉन अलाईंड स्टडीज़’ से क्या जुड़ाव है? Madi Sharma क्यों और किस हैसियत में प्रधानमंत्री की अप्वाईंटमेंट फिक्स कर रही हैं, वो भी तब जब यूरोपियन यूनियन के सांसद उनकी संस्था द्वारा प्रायोजित एक व्यक्तिगत यात्रा पर हैं और भारत सरकार इस यात्रा की स्पॉन्सर क्यों बनी है? एक बिज़नेस ब्रोकर द्वारा प्रायोजित कश्मीर की इस यात्रा का पैसा कहां से आ रहा है? इस पूरे मामले में देश के विदेश मंत्रालय को दरकिनार क्यों कर दिया गया है? सच्चाई यह है कि पिछले 72 साल में यह देश की सबसे बड़ी कूटनीतिक चूक है.


ओवैसी के ‘हिटलर’ आरोपों पर EU सांसदों ने कहा- ‘हम नाज़ी नहीं, हमें राजनीति से कोई मतलब नहीं’


2. मोदी सरकार ने जानबूझकर कश्मीर मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण कर दिया है, जो हमारी जांची और परखी नीति की घोर उल्लंघना है कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है.

3. मोदी सरकार ने एक तीसरे पक्ष को कश्मीर बुलाकर जमीनी हालात का जायजा लेने की इजाजत दे कर देश की घोषित नीति का उल्लंघन कर घोर पाप किया है. ऐसा कर सरकार ने जम्मू कश्मीर पर हमारी संप्रभुता को भी चुनौती दे डाली है. हम मांग करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की संप्रभुता को चुनौती देने, राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रहार करने और देश की संसद का अपमान करने वाले अपने इन निर्णयों के बारे आगे बढ़ देश को स्पष्टीकरण दें.

दरअसल कांग्रेस का कहना है कि विपक्ष के नेताओं को कश्मीर जाने से रोका जा रहा है और बाहर के नेताओं को वहां जाने की इजाजत दी जा रही है. राहुल गांधी ने इसको लेकर ट्वीट करते हुए कहा था कि कुछ तो गड़बड़ है.


यह भी देखें