G-20 लोगो पर बवाल, कांग्रेस ने उठाए कमल के फूल पर सवाल, जयराम बोले- प्रमोट करने का कोई मौका नहीं छोड़ती बीजेपी
G20 Logo Row: भारत में अगले साल होने वाले G-20 शिखर सम्मलेन के लोगो पर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. बीजेपी ने कमल के फूल पर आपत्ति जताई है.
![G-20 लोगो पर बवाल, कांग्रेस ने उठाए कमल के फूल पर सवाल, जयराम बोले- प्रमोट करने का कोई मौका नहीं छोड़ती बीजेपी Congress questions lotus flower in G20 logo BJP replies on Jairam Ramesh Remark G-20 लोगो पर बवाल, कांग्रेस ने उठाए कमल के फूल पर सवाल, जयराम बोले- प्रमोट करने का कोई मौका नहीं छोड़ती बीजेपी](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/11/09/9681eb4a6edfbd90592f3cb2c00425c51667979491752488_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Congress Questions Lotus Flower in G20 Logo: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (8 नवंबर) को जी-20 शिखर सम्मेलन के लोगो, थीम और वेबसाइट को जारी किया था. भारत 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक यानी एक साल के लिए जी-20 समूह की अध्यक्षता करेगा. भारत इस समूह के शिखर सम्मेलन मेजबानी 9 और 10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में करेगा. अब कांग्रेस पार्टी ने जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) के लोगो पर सवाल उठाए हैं.
पीएम मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन का जो लोगो जारी किया है, उसमें कमल का फूल भी बना है. कमल का फूल बीजेपी का चुनाव चिन्ह है. इसी को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताई और सरकार की आलोचना की है.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा, ''70 साल पहले नेहरू ने कांग्रेस के झंडे को भारत का ध्वज बनाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. अब बीजेपी का चुनाव चिन्ह जी-20 की अध्यक्षता का आधिकारिक लोगो बन गया है. हमें पता है कि पीएम मोदी और बीजेपी बेशर्मी से खुद को बढ़ावा देने के लिए कोई मौका नहीं गवाएंगे.''
Over 70 years ago, Nehru rejected the proposal to make Congress flag the flag of India. Now,BJP's election symbol has become official logo for India's presidency of G20! While shocking,we know by now that Mr.Modi & BJP won’t lose any opportunity to promote themselves shamelessly!
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 9, 2022
राशिद अल्वी ने भी बीजेपी को घेरा
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने भी जी-20 के आधिकारिक लोगो में कमल का फूल होने पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, ''ये भारत सरकार का एंबलम, भारत सरकार का कम और भारतीय जनता पार्टी का ज्यादा लगता है. कमल का फूल इस एंबलम में कहा से आ गया? क्या ये सरकार भारत की नहीं है, बीजेपी की सरकार है? और सरकार जो अपने ही देश के 20 करोड़ लोगों के खिलाफ सुबह-शाम नफरत फैलाती हो वो वन फैमिली को नारा दे रही हो, कौन यकीन करेगा? इस एंबलम को हटाना चाहिए और इसमें से कमल के फूल को हटाना चाहिए.''
बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने किया पलटवार
बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने कांग्रेस के सवालों पर पलटवार किया है. सिन्हा ने कहा, ''शायद जयराम रमेश जी को मालूम नहीं है नेहरू जी का प्रेम ब्रिटेन के प्रति कितना अधिक था, यूनियन जैक से कितना प्रेम करते थे और उन्हीं नेहरू जी ने भारत को कॉमनवेल्थ में, जिसकी अध्यक्षता एक रानी करती थी, उसमें ढकेल दिया था. जिस भारत ने राजतंत्र को खारिज किया, उस भारत को राजतंत्र व्यवस्था के अंतर्गत एक देश के नेतृ्त्व में रहने के लिए बाधित किया और जहां तक कांग्रेस की बात है, उसका तिरंगा झंडा और देश का तिरंगा में साम्य है तो सबसे पहले जयराम रमेश अपने कांग्रेस के तिरंगा को हटाएं और उसकी जगह एक नए झंडे को लाएं.''
जयराम के सामान्य ज्ञान पर सिन्हा का सवाल
राकेश सिन्हा ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए आगे कहा, ''जयराम रमेश जी का सामान्य ज्ञान सामान्य लोगों से बहुत अधिक है लेकिन यहां वह कैसे कमजोर हो गए मुझे मालूम नहीं है. कमल भारत का राष्ट्रीय फूल है और भारतीय जनता पार्टी का ये निशान 1984 से बना है, राष्ट्रीय फूल तो नेहरू जी के युग से ही बना हुआ है तो हमने राष्ट्रीय फूल को वहां स्थान दिया है, राष्ट्रीय फूल के साथ अपने तिरंगे झंडे को सम्मानित करते हुए, तिरंगे झंडे का निशान दिया है. कांग्रेस पार्टी दलीय राजनीति से कभी बाहर निकलने के लिए तैयार नहीं है. जब राष्ट्रीय राजनीति होती है, वहां पर दलीय राजनीति को भूल जाना चाहिए लेकिन वंशवादी राजनीति के अंतर्गत जो आते हैं, वे देश के राजकाज में उसी तरह देखते हैं जैसे एक दल की राजनीति होती है.''
क्या G20 के लोगो के जरिये बीजेपी खुद को कर रही प्रमोट?
G20 लोगो के जरिये बीजेपी का खुद को प्रमोट करने के सवाल पर बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने कहा, ''प्रधानमंत्री मोदी देश को एक उन्नत राष्ट्र के रूप में बढ़ा रहे हैं. पूरे देश और दुनिया में आज भारत की लोकप्रियता, भारत की समृद्धि और भारत का सशक्तिकरण दिखाई पड़ रहा है लेकिन कांग्रेस पार्टी भारत की बुनियाद को कमजोर करने के लिए उन ताकतों से सुर से सुर मिला रही है जो ताकतें पेरिस, लंदन और लाहौर में बैठकर भारत के खिलाफ षड़यंत्र और दुष्प्रचार कर रही हैं. कांग्रेस पार्टी को अपनी विरासत के अनुसार, राष्ट्रीय राजनीति में दलीय राजनीति को मिश्रित नहीं करना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बढ़ती हुई शख्सियत, इस देश के लिए एक उपहार की तरह है, उसे स्वीकार करना चाहिए. जब तक वे जनादेश का सम्मान करना नहीं सीखेंगे, भारत की दलीय राजनीति और संसदीय राजनीति समृद्ध नहीं होगी.''
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)