Nyay Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में सड़क दुर्घटना की जानकारी मिली है. राहुल के काफिले में शामिल एक एंबुलेंस ने कथित तौर पर एक वरिष्ठ जिला पुलिस अधिकारी की कार को टक्कर मार दी. ये हादसा पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के मुरारई में हुआ. इसके बाद पुलिस ने एंबुलेंस के ड्राइवर और एक अन्य शख्स को हिरासत में लिया. हिरासत में लिए गए दोनों लोगों को मुरारई थाने ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ की गई.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जिस वक्त एंबुलेंस ने कार को टक्कर मारी, उस वक्त उसमें जिला पुलिस अधिकारी मौजूद थे. गनीमत ये रही कि उन्हें इस हादसे में चोट नहीं आई. इस घटना के बाद राहुल गांधी का काफिला एंबुलेंस को छोड़कर आगे बढ़ गया. वहीं, पश्चिम बंगाल कांग्रेस के सोशल मीडिया हेड सौरव रॉय का दावा है कि इस हादसे की वजह पुलिस वाहन के ड्राइवर की लापरवाही है. उन्होंने एंबुलेंस में सवार लोगों के साथ दुर्व्यवहार का आरोप भी लगाया है.
देरी के साथ शुरू हुई यात्रा
इससे पहले, पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि शुक्रवार (2 फरवरी) को अपने निर्धारित समय से कुछ घंटों की देरी के साथ भारत जोड़ो न्याय यात्रा मुर्शिदाबाद जिले में एक बार फिर से शुरू हुई. इस देरी की वजह राज्य में हो रहे 10वीं क्लास के बोर्ड एग्जाम थे. उन्होंने बताया कि यात्रा की शुरुआत सुबह 8 बजे होनी थी, लेकिन ये मुर्शिदाबाद के नबाग्राम में सुबह 10.30 बजे शुरू हुई, ताकि बच्चे बिना ट्रैफिक स्कूल पहुंच पाएं.
जब कार का टूटा शीशा
वहीं, 31 जनवरी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा जब बिहार के रास्ते बंगाल में पहुंची, तो उस वक्त राहुल गांधी की कार का शीशा टूट गया था. अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि शीशा टूटने की वजह पथराव है, लेकिन बाद में पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बताया कि कार के अचानक रुकने की वजह से राहुल का स्वागत करने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी थी, जिसकी वजह से कार का शीशा टूट गया.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया था कि यह घटना बिहार में हुई है. भारत जोड़ो न्याय यात्रा 25 जनवरी को असम से पश्चिम बंगाल में प्रवेश की और 29 जनवरी को बिहार गई. यह 31 जनवरी को मालदा के रास्ते पश्चिम बंगाल में फिर से प्रवेश कर गई.
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