Bharat Jodo Nyay Yatra in Bihar: कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार (29 जनवरी) को 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' लेकर बिहार पहुंच गए हैं. उनकी न्याय यात्रा बिहार के किशनगंज जिले में पहुंची है, जिसे कांग्रेस का गढ़ भी माना जाता है. राहुल की न्याय यात्रा पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले से होते हुए बिहार पहुंची है. राहुल ऐसे समय पर बिहार में अपनी यात्रा लेकर आए हैं, जब नीतीश कुमार की जेडीयू ने महागठबंधन का साथ छोड़ दिया है.
इस दौरान राहुल गांधी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, शर्म की बात है कि आजतक मणिपुर में हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नहीं गए हैं. मणिपुर जल रहा है. यह देश की हालत है. उन्होंने कहा, हिन्दुस्तान की राजनीति पर इस यात्रा का बहुत बड़ा असर पड़ा. मोहब्बत की एक नई विचारधारा का जन्म हुआ. वे नफरत की बात करते हैं, देश को बांटने की बात करते हैं. हम मोहब्बत और भाईचारे की बात करते हैं. उन्होंने कहा, इस यात्रा में हमने न्याय शब्द जोड़ा है। आज के हिन्दुस्तान में गरीब व्यक्ति को न आर्थिक न्याय मिलता है और न ही सामाजिक न्याय मिलता है. बिना सामाजिक और आर्थिक न्याय के यह देश तरक्की कर ही नहीं सकता है.
राहुल ने कहा, पूरा देश जानता है कि देश में सबसे बड़ी आबादी ओबीसी वर्ग की आबादी है. पंद्रह फीसदी दलित हैं. 12 फीसदी आदिवासी हैं और 15 फीसदी अल्पसंख्यक वर्ग के लोग हैं. हिंदुस्तान के सरकार को 90 IAS अधिकारी चलाते हैं. ये 90 अधिकारी सारे फैसले लेते हैं. लेकिन इन 90 में से सिर्फ तीन अधिकारी ओबीसी हैं.
BJP-RSS नफरत फैला रही
राहुल गांधी ने कहा, ''देश में RSS और भाजपा की विचारधारा ने हिंसा और नफरत फैला रखी है. भाई-भाई से लड़ रहा है, एक धर्म का व्यक्ति दूसरे धर्म के व्यक्ति से लड़ रहा है, भाषाओं के बीच लड़ाई हो रही है. हम जानते थे कि ये मोहब्बत का देश है. नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खुलनी चाहिए."
2020 विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार पहुंचे राहुल
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, राहुल गांधी आखिरी बार 2020 बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राज्य में आए थे. किशनगढ़ की पहचान मुस्लिम बहुल इलाके के तौर पर होती है और यहां से कांग्रेस को हमेशा ही जीत मिलती आई है. राहुल गांधी अपनी इस रैली के जरिए बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी का प्रचार भी करना चाहते हैं. भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत मणिपुर से हुई है, जो अब अरुणाचल प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल से होते हुए यहां पहुंची है.
राहुल का कैसा होगा कार्यक्रम?
कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने बताया है कि राहुल गांधी किशनगंज में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करने वाले हैं. इसके बाद वह मंगलवार (30 जनवरी) को पूर्णिया और बुधवार (31 जनवरी) को कटिहार में एक बड़ी रैली करेंगे. इस रैली में स्थानीय कांग्रेस और आरजेडी नेताओं के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है.
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने बताया कि राहुल गुरुवार (1 फरवरी) को अररिया जिले के रास्ते बंगाल पहुंचेंगे. कुछ दिन बाद झारखंड के रास्ते एक बार फिर से राहुल की न्याय यात्रा बिहार में लौटेगी. अररिया में भी राहुल के लोगों को संबोधित करने की उम्मीद है. कांग्रेस इस रैली के जरिए लोगों तक अपना चुनावी संदेश भी पहुंचाना चाहती है.
लालू को भेजा गया निमंत्रण
कांग्रेस की रैली में शामिल होने के लिए आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य को निमंत्रण भी भेजा गया है. जब भारत जोड़ो न्याय यात्रा पूर्णिया पहुंचेगी, तो इन लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. डिप्टी सीएम का पद गंवाने वाले तेजस्वी यादव के भी पूर्णिया में इस रैली में शामिल होने की उम्मीद है.
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