(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'BJP बहुमत से नीचे', राहुल गांधी ने अब अमेरिका में ये क्या कह दिया, चुनाव पर ही उठा दिए सवाल
Rahul Gandhi on Lok Sabha Election 2024: राहुल गांधी ने कहा कि चुनावों से पहले, हम इस बात पर जोर देते रहे कि सभी सरकारी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है. हमारे पास निष्पक्ष खेल का मैदान नहीं था.
Rahul Gandhi Attack BJP: कांग्रेस के नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी अमेरिकी दौरे पर लगातार बीजेपी और नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोल रहे हैं. अब उन्होंने एक बार फिर बीजेपी को लेकर बड़ा दावा किया है. राहुल गांधी ने वहां एक इंटरव्यू में लोकसभा चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी बहुमत से नीचे है. उन्होंने कहा कि अगर निष्पक्ष चुनाव हुए होते तो बीजेपी सत्ता में नहीं होती.
राहुल गांधी ने कहा कि चुनावों से पहले, हम इस बात पर जोर देते रहे कि सभी सरकारी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया गया है. हमारे पास निष्पक्ष खेल का मैदान नहीं था. उनके पास बहुत बड़ा वित्तीय लाभ था. उन्होंने हमारे बैंक खाते बंद कर दिए थे. चुनाव आयोग वही कर रहा था जो वे चाहते थे. राहुल गांधी ने कहा कि अगर निष्पक्ष चुनाव होते तो भाजपा 246 के करीब भी नहीं पहुंचती.
#WATCH | Washington, D.C, USA: Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi says, "Before elections, we kept stressing on the idea that institutions have been captured...We don't have a fair playing field...The education system is captured by RSS. Media and investigative agencies… pic.twitter.com/ffF4Bfuy10
— ANI (@ANI) September 10, 2024
'पूरा अभियान मोदी के हिसाब से बनाया गया'
प्रवासी भारतीय पत्रकार के साथ इंटरव्यू में राहुल गांधी ने कहा कि मैं लोकसभा चुनाव 2024 को स्वतंत्र चुनाव नहीं मानता. मैं इसे एक नियंत्रित चुनाव के रूप में देखता हूं. राहुल गांधी ने कहा कि पूरा अभियान इस तरह से बनाया गया था कि नरेंद्र मोदी पूरे देश में अपनी बात कह सकें. जिन राज्यों में वे कमजोर थे, उन्हें अलग तरीके से डिजाइन किया गया था. चुनाव आयोग भी हमारी बातों और शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहा था.
'मीडिया और जांच एजेंसियों पर उनका कब्जा'
राहुल ने कहा कि मीडिया और जांच एजेंसियों पर सरकार का कब्जा है. हम यह लगातार कहते रहे लेकिन लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था. मैंने संविधान को सामने रखना शुरू किया और मैंने जो कुछ भी कहा वह अचानक से फूट पड़ा. गरीब भारत, उत्पीड़ित भारत, भारत ने समझ लिया कि अगर संविधान खत्म हो गया तो पूरा खेल खत्म हो जाएगा.