CBI Raid At Satyapal Malik House: किरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार मामले में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टगेशन (सीबीआई) ने गुरुवार (22 फरवरी) को जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के घर और अन्य 29 जगहों पर छापेमारी की, जिसको लेकर जमकर राजनीतिक बवाल मचा हुआ है. मामले पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उन्होंने ने कहा, "किसान MSP मांगें, तो उन्हें गोली मारो - ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? जवान नियुक्ति मांगें, तो उनकी बातें तक सुनने से इनकार कर दो - ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? पूर्व गवर्नर सच बोलें, तो उनके घर CBI भेज दो - ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? सबसे प्रमुख विपक्षी दल का बैंक अकाउंट फ्रिज़ कर दो- ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? धारा 144, इंटरनेट बैन, नुकीली तारें, आंसू गैस के गोले - ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? मीडिया हो या सोशल मीडिया, सच की हर आवाज़ को दबा देना - ये है मदर ऑफ डेमोक्रेसी? मोदी जी, जनता जानती है कि आपने लोकतंत्र की हत्या की है और जनता जवाब देगी!"
‘पायजामे कुर्ते के अलावा कुछ नहीं मिलेगा’
वहीं, सत्यपाल मलिक ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “मैंने भ्रष्टाचार में शामिल जिन व्यक्तियों की शिकायत की थी की उन व्यक्तियों की जांच ना करके मेरे आवास पर CBI द्वारा छापेमारी की गई है. मेरे पास 4-5 कुर्ते पायजामे के सिवा कुछ नहीं मिलेगा. तानाशाह सरकारी एजेंसियों का ग़लत दुरुपयोग करके मुझे डराने की कोशिश कर रहा है. मैं किसान का बेटा हूं, ना में डरूंगा, ना झुकूंगा- सत्यपाल मलिक (पूर्व गवर्नर).”
क्या है मामला?
दरअसल, सत्यपाल मलिक ने गवर्नर रहते हुए दावा किया था कि हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट से जुड़ी फाइलें क्लियर करने के लिए उन्हें 300 करोड़ रुपयों की पेशकश की गई थी. इससे पहले 2022 के जुलाई के महीने में भी किरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट को लेकर देश में कई ठिकानों पर छापेमारी की गई थी.
सीबीआई ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज कीं थीं. पहली एफआईआर लगभग 60 करोड़ रुपये के कॉन्ट्रैक्ट को जारी करने में कथित भ्रष्टाचार को लेकर थी जबकि दूसरी एफआईआर एक निजी फर्म को किरू हाईड्रो पावर प्रोजेक्ट के सिविल वर्क के लिए 2200 करोड़ रुपये देने में भ्रष्टाचार से जुड़ी है.