Electoral Bonds: कांग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला बोला गया है. इस बार बीजेपी को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए मिलने वाले चंदे को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं. कांग्रेस की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सीनियर नेता पवन खेड़ा ने इसे लेकर पीएम मोदी की तुलना जेम्स बॉन्ड से की, उन्होंने कहा कि जेम्स बॉन्ड का कोड 007 था, लेकिन हमारे देश में मौजूद एजेंट का कोड 56 है. जो खुद को इलेक्टोरल बॉन्ड बताकर अपना परिचय देते हैं. इसके अलावा कांग्रेस ने बाढ़ जैसे हालात को लेकर आम आदमी पार्टी और केंद्र सरकार को जमकर घेरा.
कांग्रेस ने पूछा- 5200 करोड़ कहां से आए?
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, जेम्स बॉन्ड नामक एक मशहूर सीरीज है, जिसमें जो सुपर एजेंट है वो अपना परिचय ऐसे देता है- माइ नेम इज बॉन्ड 007... हमारे देश की राजनीति में एक एजेंट 56 है, नाम बताने की जरूरत नहीं है. उनका परिचय है- माइ नेम इज बॉन्ड, इलेक्टोरल बॉन्ड... ये मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि इस एजेंट ने वित्तीय वर्ष 2016-17 और 21-22 में 5200 करोड़ रुपये अपनी पार्टी में इकट्ठा किए. ये पैसा कहां से आया, इसका कोई हिसाब-किताब नहीं. किसने दिया, क्यों दिया? उसकी एवज में आपने उसे देश की कौन सी संपत्ति बेची? इसका कोई हिसाब नहीं है.
'मनी बिल से विधायक खरीदने का काम'
अपनी बात तो आगे बढ़ाते हुए पवन खेड़ा ने कहा, ऐसा नहीं है कि हमारे एजेंट 56 को पारदर्शिता पसंद नहीं है, ये पारदर्शिता सिर्फ हम लोगों के लिए है, लेकिन 5200 करोड़ इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए आए कैसे आए ये नहीं बताएंगे. अरुण जेटली इस बॉन्ड को लेकर आए थे, हमारी आपत्ति थी, लेकिन मनी बिल की तरह पारित करवा दिया. एक मनी बिल से विधायक खरीदने, सरकार गिराने के लिए काम किया गया.
कांग्रेस नेता की तरफ से आगे कहा गया कि इतना बड़ा बेमानी धन किसी पार्टी के पास आ जाए ये फेयर एंड लवली का ज्वलंत उदाहरण है. ईडी-सीबीआई, इनकम टैक्स छापे नहीं पड़ेंगे, इतना बड़ा पैसा देश विदेश से इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए आ रहा है, लेकिन इनकी जांच नहीं होगी. ये जानकारी सार्वजनिक करने से क्यों डरते हैं?
बाढ़ के हालात पर ब्लेम गेम- कांग्रेस
बाढ़ के हालात पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि पिछले आठ नौ साल से हमने देखा कि ब्लेम गेम चल रहा है. आप अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं तो चिट्ठी लिख रहे हैं कि बैराज से पानी नहीं छोड़ा जाए, आप क्या चाहते हैं कि हरियाणा डूब जाए. ये ब्लेम गेम नहीं चलेगा. पवन खेड़ा ने पीएम के विदेश दौरे को लेकर कहा, जब पीएम विदेश जाते हैं तो उन्हें देश की चिंता होती है. ये कौन से सूत्र हैं जो बताते हैं कि पीएम चिंतित हैं.