ऋषि सुनक पर चिदंबरम के बयान से कांग्रेस का किनारा, कहा- हमें किसी और देश से अनेकता का सबक सीखने की जरूरत नहीं
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि भारत को किसी से सीखने की जरूरत नहीं रही है. हमारे देश में भी जाकिर हुसैन राष्ट्रपति बने, फखरुद्दीन अली अहमद राष्ट्रपति बने, एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति बने.
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Congress Press Conference: ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने पर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम और शशि थरूर के बयान पर कांग्रेस ने मंगलवार (25 अक्टूबर) को प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुनक पर दिए गये पार्टी नेताओं के बयान से किनारा करते हुए कहा कि भारत को किसी और देश से सबक सीखने की जरूरत नहीं है. उनको उनकी पार्टी ने ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाया है और हम इसका स्वागत करते हैं.
उन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता हूं कि हमें किसी और देश से अनेकता का सबक सीखने की जरूरत है. लेकिन बीते आठ सालों में ऐसी नौबत आ गई है. हमारे देश में तमाम अनेकताएं है और उसी में हमारी एकता निहित है. उन्होंने मंगलवार को कहा कि भारत में अल्पसंख्यक समुदायों के कई व्यक्ति राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री बन चुके हैं.
First Kamala Harris, now Rishi Sunak
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 24, 2022
The people of the U.S. and the U.K have embraced the non-majority citizens of their countries and elected them to high office in government
I think there is a lesson to learned by India and the parties that practise majoritarianism
क्या बोले शशि थरूर?
ऐसे में भारत को किसी से सबक सीखने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह देश अनेकता में एकता की मिसाल रहा है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह टिप्पणी उस वक्त की जब ब्रिटेन में ऋषि सुनक देश के पीएम बनने वाले हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पी चिदंबरम और शशि थरूर ने इस बात की सराहना कर उम्मीद जताई कि भारत भी अल्पसंख्यक समुदायों के व्यक्तियों को शीर्ष पद देने की इस परंपरा का अनुसरण करेगा.
If this does happen, I think all of us will have to acknowledge that theBrits have done something very rare in the world,to place a member of a visible minority in the most powerful office. As we Indians celebrate the ascent of @RishiSunak, let's honestly ask: can it happen here? https://t.co/UrDg1Nngfv
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 24, 2022
दूसरे देश से सबक सीखने की नहीं है जरूरत
ऐसे में जयराम रमेश ने कहा कि हमें किसी और देश से सबक सीखने की जरूरत नहीं है. हमारी एकता अनेकता से ही मजबूत होगी. हमें अनेकताओं का सम्मान करना होगा. भारत जोड़ो यात्रा से हमारा मकसद यही है.
रमेश का कहना था कि हमारे देश में जाकिर हुसैन राष्ट्रपति बने, फखरुद्दीन अली अहमद राष्ट्रपति बने, एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रपति बने. बरकतुल्ला खान राजस्थान के मुख्यमंत्री बने, ए आर अंतुले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने.
मोदी और वाजपेयी की सोच में है जमीन आसमान का अंतर
एक सवाल के जवाब में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी की सोच में जमीन-आसमान का फर्क है. वाजपेयी जी पंडित नेहरू से बहुत प्रभावित थे. वहीं महबूबा मुफ्ती के ऋषि सुनक वाले बयान पर रमेश ने कहा कि जिनको जनादेश मिलता है वो मुख्यमंत्री बनते हैं. महबूबा भी जनादेश हासिल कर लें और सीएम बन जाएं.
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