(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Jinnah Row: जिन्ना विवाद में कूदे असदुद्दीन ओवैसी, कहा- देश के विभाजन के लिए कांग्रेस जिम्मेदार
Jinnah Row: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओपी राजभर ने कहा था कि मोहम्मद अली जिन्ना को भारत का पहला प्रधानमंत्री बनाया गया होता तो विभाजन नहीं होता.
Owaisi On Jinnah Row: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस और उस समय के नेताओं को देश विभाजन के लिए जिम्मेदार ठहराया है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओपी राजभर के बयान के एक दिन बाद ओवैसी ने विभाजन को लेकर कांग्रेस पर तंज कसा. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओपी राजभर ने कहा था कि मोहम्मद अली जिन्ना को भारत का पहला प्रधानमंत्री बनाया गया होता तो विभाजन नहीं होता. राजभर की बात पर ही एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस और उस समय के नेता ही मुख्य रूप से विभाजन के लिए जिम्मेदार थे.
ओवैसी का आरएसएस और बीजेपी पर हमला
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए AIMIM प्रमुख ओवैसी ने कहा, "मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और समाजवादी पार्टी (सपा) के लोगों को चुनौती देता हूं जो इतिहास नहीं पढ़ते हैं. विभाजन मुसलमानों के कारण नहीं हुआ बल्कि जिन्ना के कारण हुआ. उस समय, केवल वही मुसलमान वोट दे सकते थे जो नवाब या डिग्री धारकों की तरह प्रभावशाली थे. कांग्रेस और उस समय के नेता विभाजन के लिए जिम्मेदार थे."
समाजवादी पार्टी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) ने 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले गठबंधन किया है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओपी राजभर ने बुधवार को वाराणसी में कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना को भारत का पहला प्रधानमंत्री बनाया गया होता तो देश का विभाजन नहीं होता. राजभर ने ऐतिहासिक घटना के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जिम्मेदार ठहराया.
कासगंज की घटना पर भी ओवैसी का तंज
कासगंज की घटना को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस पर निशाना साधते हुए एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि कासगंज की घटना आपके सामने है. अल्ताफ के पिता को बताया गया था कि उनके बेटे ने थाने में खुदकुशी करके 2.5 फीट ऊंचे पानी के नल से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उन्होंने कहा कि कासगंज पुलिस ने उसे मार डाला. आप जांच करना नहीं जानते बल्कि हत्या करना जानते हैं. बहरहाल उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं लिहाजा नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का खेल जारी है.