Congress Chintan Shivir In Rajasthan: राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) में कांग्रेस (Congress) के तीन दिवसीय 'नव संकल्प' चिंतन शिविर का आज दूसरा दिन है. इस दौरान कांग्रेस ने किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी की अपनी मांग दोहराते हुए शनिवार को कहा कि पार्टी का लक्ष्य 'कर्जमाफी से कर्जमुक्ति' है. पार्टी के चिंतन शिविर में कृषि संबंधी समूह की बैठक के बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कृषि संबंधी समूह की बैठक में करीब 40 लोगों ने अपने विचार रखे और MSP की कानूनी गारंटी, कृषि पर जलवायु परिवर्तन का असर, किसानों की आय दोगुनी करने, फसल बीमा योजना और कई अन्य विषयों पर चर्चा की गई. 


पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था. आमदनी तो दोगुनी नहीं हुई. लेकिन किसानों पर कर्ज जरूर बढ़ गया. 2014 में किसानों पर 9.64 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था जो अब बढ़कर 16.8 लाख करोड़ रुपये हो गया है. कृषि संबंधी समूह की बैठक में यह सुझाव दिया गया कि 'राष्ट्रीय किसान ऋण राहत आयोग' का गठन होना चाहिए और कृषि को भी उद्योग का दर्जा मिलना चाहिए. 


कर्जमाफी से कर्जमुक्ति के लक्ष्य तक


उन्होंने कहा कि हम कर्जमाफी से कर्जमुक्ति के लक्ष्य तक जाएंगे. इसके लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी होनी चाहिए. स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के मुताबिक सी-2 फार्मूले के तहत एमएसएपी होनी चाहिए. एमएसपी सभी कृषि उत्पादों पर लागू होनी चाहिए. हुड्डा ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना कामयाब नहीं है. प्रीमियम ज्यादा जाता है, मुआवजा कम मिलता है. इसे फिर से तैयार करने की जरूरत है. सभी फसलों का बीमा होना चाहिए. निरस्त हो चुके तीनों कृषि कानूनों से जुड़े सवाल पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अगर सरकार ने इन कानूनों को पिछले दरवाजे से लाने की कोशिश की तो इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा. इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा. 


ये भी पढ़ें- 


Sunil Jakhar Leave Congress: चिंतन शिविर के बीच कांग्रेस को झटका, सुनील जाखड़ ने छोड़ी पार्टी, बोले- गुड लक एंड गुड बाय 


चिंतन शिविर में रखी गई राय: सॉफ्ट हिंदुत्व से नहीं चलेगा काम, कांग्रेस को RSS/BJP के हिंदुत्व से अलग चलना चाहिए