Congress Satyagrah: जब से भारत सरकार (Indian Government) ने अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) को लॉन्च किया है तब से इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन (Protest) जारी है. देश में हिंसा भरा विरोध देखने को मिल रहा है तो वहीं राजनीति (Politics) भी जमकर हो रही है. आज कांग्रेस (Congress) ने जंतर मंतर (Jantar Mantar) पर इस योजना के खिलाफ सत्याग्रह (Satyagrah) कर विरोध जताया है. कांग्रेस के कई दिग्गज नेता (Congress Politicians) इस सत्याग्रह में शामिल हुए हैं. कांग्रेस का कहना है कि पार्टी ने सत्याग्रह करने का निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि अग्निपथ योजना ने देश के युवाओं (Country Youth) को सड़कों पर उतार दिया है. पार्टी ने कहा कि एक जिम्मेदारी बनती है कि पार्टी इन युवाओं के साथ खड़ी हो.
अग्निपथ योजना के खिलाफ जंतर मंतर पर इकट्ठा हुए कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि देश जल रहा है और प्रधानमंत्री ने योजना की तारीफ करने में अपनी पीआर टीम लगा दी है. सरकार को यह योजना वापस लेनी चाहिए. राहुल गांधी पर अमित मालवीय के हमले पर इमरान ने कहा कि यह खुद ही गलती छिपाने में लगे हैं. योजना का नाम अग्नि पर क्यों रखा गया? प्रधानमंत्री को आगे आ कर जवाब देना चाहिए.
कांग्रेस डिक्टेटोरियल पार्टी नहीं
वहीं कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है कि सत्याग्रह के मायने नहीं बदलते हैं. जब भी आप सत्य के लिए खड़े होंगे, सच्चे मन से करेंगे वो सत्याग्रह कहलाएगा. सत्याग्रह लोकतंत्र से जुड़ा है. सत्यमेव जयते! तो वहीं उन्होंने मनीष तिवारी के अग्निपथ योजना को समर्थन पर सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि अच्छी बात है, ऐसा नहीं होता तो आप कहेंगे डिक्टेटोरियल है पार्टी. अमित मालवीय के आरोप पर सलमान खुर्शीद ने कहा है कि अमित मालवीय को बुला लीजिए देखिए यहां हिंसा हो रही है? सत्याग्रह से डरना नहीं चाहिए. इसके अलावा खुर्शीद ने झारखंड के विधायक "देश होगा खून से लथपथ" वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि ये उनकी भाषा है, मेरी भाषा के बारे में मुझसे पूछिए मैं उनके बयान पर कमेंट नही कर सकता.
योजना के बारे में सोचा ही नहीं गया
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि बड़ा मुश्किल समय है सरकार ने ये सोच लिया है न किसी की सुनेंगे ना देखेंगे बस लोगों पर थोप देंगे. हिंसा किसी चीज का जवाब नही, शांति की अपील है लेकिन लोगों के मन में जो आक्रोश है वो सरकार को सोचना होगा. सिर्फ नौकरी, पेशन और तमगे के लिए लोग फौज में नहीं जाते हैं. प्रधानमंत्री के लिए 8 हजार करोड़ के जहाज न लेते, सेंट्रल विस्टा न बनाते तो पेंशन योजना का बजट का कम होता. अग्निपथ योजना बनाने के बाद लगातार बदलाव हो रहे हैं. ये प्रमाण है कि इस योजना के बारे में सोचा ही नहीं गया.
देश के युवाओं के सपनों को जलाकर खाक कर दिया
कांग्रेस (Congress) के राज्यसभा सांसद (Rajyasabha MP) शक्ति सिंह गोहिल (Shakti Singh Gohil) ने कहा कि काला धन (Black Money) बोला था वापस लाएंगे, इन लोगों का काला धन और बढ़ गया. इस देश के युवा (Youth) ये सोचकर मेहनत कर रहा था कि उझे परमानेंट नौकरी (Permanent Job) मिलेगी, फौज (Army) में देश की सेवा करेगा लेकिन सरकार (Government) ने उनके सपनों को जला कर ख़ाक कर दिया. अग्निपथ (Agnipath) की अच्छाइयां गिना रहे हैं अमित शाह (Amit Shah), भाई शाह जी मैं भी गुजरात (Gujarat) से आता हूं. जय शाह (Jay Shah) को बोल दो अग्निपथ की नौकरी ले ले, बीसीसीआई (BCCI) का पद छोड़ कर युवा समझ जाएगा बहुत अच्छी योजना है. ये सरासर अन्याय (Injustice) है, देश के युवा के साथ खिलवाड़ है.
ये भी पढ़ें: Agnipath Row: 'अग्निपथ' पर बवाल के बीच प्रगति मैदान से बोले PM मोदी - नए काम करने पर झेलनी पड़ती है मुसीबत