कांग्रेस ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के. सी. वेणुगोपाल के बारे में कथित फर्जी खबरें फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर सक्रिय दक्षिणपंथी लोगों और ऑनलाइन मीडिया के एक वर्ग की कड़ी निंदा की है.
खबरों में दावा किया गया है कि वेणुगोपाल 27 जुलाई को अपने निर्वाचन क्षेत्र अलप्पुझा में एक बैंक कर्मचारी संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे, जहां प्रमुख व्यक्तियों की सूची में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का नाम कथित तौर पर शामिल था जिन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जानी थी.
रविवार (28 जुलाई, 2024) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में केरल प्रदेश कांग्रेस ने इस दुष्प्रचार के पीछे एक बड़ी साजिश का आरोप लगाया. पार्टी ने स्पष्ट किया कि वेणुगोपाल कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए और उनके बारे में फर्जी खबर फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी.
कांग्रेस ने पोस्ट में कहा, 'बैंक ऑफ इंडिया स्टाफ यूनियन ने कुछ अन्य प्रमुख हस्तियों के साथ के. सी. वेणुगोपाल को उनके निर्वाचन क्षेत्र अलप्पुझा में एक कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था. हालांकि, के. सी. वेणुगोपाल को एजेंडे में अवांछित शामिल किए जाने के बारे में सचेत किए जाने के बाद वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए. यही सच्चाई है.' पार्टी ने कहा कि उसके पास इस दुष्प्रचार के पीछे एक बड़ी साजिश के बारे में पुख्ता जानकारी है.
कांग्रेस पार्टी ने आगाह किया, ''जो लोग यह झूठी खबर फैला रहे हैं कि केसी वेणुगोपाल इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे, उन्हें कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा.' विवाद होने के बाद यूनियन ने कथित तौर पर इसे छपाई संबंधी गलती बताया था और तुरंत ही इसमें सुधार करते हुए कार्यक्रम से मुशर्रफ का नाम हटा दिया था.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शनिवार को अलप्पुझा में आयोजन स्थल तक विरोध मार्च निकाला था और आरोप लगाया था कि बैंक ऑफ इंडिया स्टाफ यूनियन का मुशर्रफ को याद करने का यह कृत्य देशद्रोह है.
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