नई दिल्ली: कर्नाटक के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने गुरुवार को बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी राज्य की गठबंधन सरकार को अस्थिर करने के लिए अपने ‘ ऑपरेशन लोटस ’ पर आगे बढ़ती तो इसका मुंहतोड़ देने के लिए हमने योजना तैयार कर रखी थी.


अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा,'' यह भी दावा किया कि इस योजना का आंशिक रूप से खुलासा होने के कारण उन लोगों को अपने इरादों से पीछा हटना पड़ा जिन पर बीजेपी दबाव बना रही थी.'' हालांकि सिंघवी ने कांग्रेस की इस ‘ कानूनी योजना ’ का ब्यौरा नहीं दिया. उन्होंने ट्वीट कर कहा , ‘‘ बीजेपी को यह समझना चाहिए कि अगर वो अपने गलत मंसूबे वाले और भ्रष्ट ‘ ऑपरेशन लोटस ’ पर आगे बढ़ते तो हमने भी उनको हैरान करने और माकूल जवाब देने के लिए कानूनी योजना तैयार कर रखी थी. ’’




सिंघवी ने कहा, ‘‘इस योजना का आंशिक रूप से खुलासा होने के बाद उन लोगों को भी अपना इरादा बदलना पड़ा जिन पर भाजपा दबाव बना रही थी’’ गौरतलब है कि मंगलवार को निर्दलीय विधायक एच नागेश तथा केपीजेपी पार्टी के विधायक आर शंकर ने राज्य की एच डी कुमारस्वामी नीत जद(एस)-कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस ले लिया है.


बीजेपी की सफाई

कर्नाटक बीजेपी के अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी का कोई भी सदस्य कांग्रेस-जदएस गठबंधन सरकार को गिराने के किसी अभियान में शामिल नहीं है. कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस-जदएस गठबंधन और भाजपा के बीच जारी शक्ति संघर्ष में दोनों ही पक्ष एक दूसरे पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा "मुंबई में मौजूद गठबंधन के विधायकों से बीजेपी का कुछ लेना-देना नहीं है." उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और जदएस अपने समूह को एकजुट रखने में अपनी "विफलता और अक्षमता" को छिपाने के लिए उन पर दोष मढ़ने का प्रयास कर रहे हैं.


बीएस येदियुरप्पा कहा, कांग्रेस-जदएस विधायकों को लुभाने या किसी तरह के ऑपरेशन में भाजपा की ओर से कोई भी शामिल नहीं है. येदियुरप्पा ने कहा कि हमने अपने सभी विधायकों को एक स्थान पर एकत्र कर पिछले-दो तीन दिनों में आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर चर्चा की. आज सभी वापस आ रहे हैं.