RSS कार्यक्रम: राहुल को बुलावे से कांग्रेस का इनकार, कहा- जब न्योता आएगा तब देखेंगे
RSS से जुड़े सूत्रों से ये खबर आई थी कि संघ अपने कार्यक्रम में अलग अलग विचारधारा के लोगों को बुलाने वाला है. इन लोगों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई विपक्ष के नेता भी शामिल हैं.
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को संघ के कार्यक्रम में बुलाए जाने की खबरों को कांग्रेस ने सिरे नकार दिया है. कांग्रेस के प्रवक्ता से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने इस बात का ज़िक्र किया. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि संघ की ओर से अभी तक ऐसा कोई भी न्यौता नहीं आया है, अगर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक से कांग्रेस अध्यक्ष को न्यौता मिलता है तब वो बेशक इन सवालों का जवाब देंगे.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा,"मेरे पास काल्पनिक सवालों के लिए कोई जवाब नही हैं, इस समय पर ये पूरे तरीके से काल्पनिक है." आगे सिंघवी ने कहा कि अगर राहुल गांधी को 3 दिन की संघ की ओर से आयोजित की जाने वाली लेक्चर सीरीज़ के लिए कोई न्यौता मिलता है, तब वो बेशक इन सवालों का जवाब देंगे.
बता दें कि RSS से जुड़े सूत्रों से ये खबर आई थी कि संघ अपने कार्यक्रम में अलग अलग विचारधारा के लोगों को बुलाने जाने वाला है. इन लोगों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के अलावा CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई विपक्ष के नेता भी शामिल हैं. ऐसा माना जा रहा था कि संघ अलग अलग विचारधाराओं को एकसाथ एक मंच पर बुलाना चाहता है.
राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और इस्लामिक संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड की तुलना की थी. सूत्रों के मुताबिक ये फैसला इस आलोचना के बाद ही किया गया है.
इस आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए संघ के प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने कहा था कि ये पहली बार है जब संघ मोहन भागवत का तीन दिन की एक लेक्चर सीरीज़ का आयोजन करने वाला है. इस आयोजन की थीम होगी, 'भारत का भविष्य: RSS का नज़रिया'.
अरुण कुमार से जब राहुल गांधी को कार्यक्रम में बुलाने पर सवाल पूछा गया, तब उन्होंने कहा, "कार्यक्रम में किसे बुलाना है और किसे नहीं बुलाना ये आप संघ पर छोड़ दें, ये संघ का विशेषाधिकार है. लेकिन ये तय है कि इस कार्यक्रम में अलग अलग विचारधारा और ज़िंदगी को अलग तौर तरीकों से जीने वाले लोगों को बुलाया जाएगा."
राहुल गांधी भारत को नहीं समझ सके, इसलिए संघ को भी नहीं समझ रहे: RSS