नई दिल्ली: कांग्रेस ने कोरोना टीकाकरण की धीमी रफ्तार को लेकर सवाल खड़े किए हैं. कांग्रेस ने कहा कि टीकाकरण की रफ्तार यही रही तो सभी को टीका लगाने में 18 साल लगेंगे. कांग्रेस के प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि पिछले 24 घंटों में कोरोना के 25 हजार नए केस आए हैं. 140 लोगों की मौत हुई है. एक्सपर्ट कहते हैं कि कोरोना का दूसरा वेब शुरू हो रहा है. इसे छिपाने के लिए सरकार टीकाकरण से जुड़े आंकड़ों का मायाजाल फैला रही है.
गोहिल ने कहा कि अब तक करीब 2 करोड़ 82 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है. मार्च के 11 दिनों में करीब 95 लाख को टीका लगा है. अब तक 1.5 फीसदी लोगों को टीका दिया गया है. केवल 47 लाख लोगों को दोनों टीके लगे हैं. यानी केवल 0.35 फीसदी टीकाकरण हुआ है. इस रफ्तार से साढ़े साल लगेंगे 70 फीसदी टीकाकरण के लिए और 100 फीसदी टीकाकरण के लिए 18 साल लगेंगे.
कांग्रेस नेता ने कहा कि यह स्थिति तब है जब भारत के पास अपना टीका है. सीरम इंस्टिट्यूट कह रही है कि टीके का समय से इस्तेमाल नहीं हुआ तो एक्सपायर हो जाएगा. बिहार के चुनाव में बीजेपी ने सबको मुफ्त टीका का वादा किया था. दिल्ली हाई कोर्ट ने कड़े शब्दों में कहा कि देश में कोरोना बढ़ रहा है और आप खैरात दे रहे हैं.
शक्ति सिंह गोहिल ने मांग की कि टीकाकरण की प्रक्रिया विकेन्द्रित की जाए. उन्होंने कहा कि पैसे वाले और उच्च मध्यम वर्ग वाले ही टीका ले पाएंगे क्योंकि पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शर्त लगा दी गई है. जब आम आदमी रजिस्ट्रेशन ही नहीं करवा पाएगा तो टीका कैसे लगवाएगा? उन्होंने सवाल किया कि सभी लोगों को जल्द मुफ्त टीका मिले और साल भर में अभियान खत्म हो इसके लिए सरकार क्या तैयारी कर रही है? पत्रकार, डिलीवरी पर्सन, आवश्यक सेवा से जुड़े हुए सरकारी कर्मचारी को प्राथमिकता से टीकाकरण के लिए सरकार क्या करने जा रही है?