Congress Hit Back At Jyotiraditya Scindia: कांग्रेस पार्टी ने बुधवार (5 अप्रैल) को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से राहुल गांधी को लेकर की गई आलोचना के बाद पलटवार किया. पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह उस आदमी से सावधान रहें जो अपनी पूर्व पार्टी का वफादार नहीं रहा और उनके लिए भी वफादार नहीं होगा. दरअसल, सिधिंया ने बुधवार को राहुल गांधी और कांग्रेस पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की एक देशद्रोही के अलावा कोई विचारधारा नहीं बची है, जो देश के खिलाफ काम करती है. 


सिंधिया ने मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी को कांग्रेस से विशेष तवज्जो मिलने के बारे में हमला किया और आरोप लगाया कि पार्टी न्यायपालिका पर दबाव डालने और प्रासंगिक बने रहने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. 


कांग्रेस का सिंधिया पर हमला


सिंधिया के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता के अयोग्य ठहराए जाने के बाद कांग्रेस जो लड़ाई लड़ रही है वह पूरी तरह से लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है. उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर कहा, ‘‘सिंधिया जी ऐसी बात करते हैं तो हंसी आती है. जो अपने आप को राजनीतिक रूप से प्रांसगिक बनाने के लिए पार्टी बदल ले, नजरें बदल ले, वह व्यक्ति हमें भाषण दे रहे हैं कि राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बनने के लिए क्या करना चाहिए.’’


खेड़ा ने कहा, ‘‘यह पूरी तरह से लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई है. सिंधिया जी इस बात को नहीं समझेंगे, वह नए-नए बीजेपी में गए हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम मोदी जी को दोस्ताना सलाह देंगे कि जिस व्यक्ति को राहुल गांधी और कांग्रेस ने इतना आगे बढ़ाया, वह जब कांग्रेस के नहीं हुए तो आप के क्या होंगे.’’ कांग्रेस नेता ने कटाक्ष किया, ‘‘जो व्यक्ति अपने आप को महाराज कहते हैं वह हमें ‘फर्स्ट क्लास सिटिजन’ कह रहे हैं. महाराज, हम तो संघर्ष करने वाले नागरिक हैं.’’


क्या कहा था ज्योतिरादित्य सिंधिया ने?


ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने बयान में कहा, ''विपक्ष की पार्टी के नेता एक समुदाय के विरुद्ध ऐसे टिप्पणी करें कि पूर्ण समुदाय चोर है. उस समुदाय को अपमानित करें, हमारे पिछड़े वर्ग को कलंकित करें और उसके बाद ऐसे वक्तव्य दिए जाएं. मैं मानता हूं कि जिस कांग्रेस पार्टी ने पिछड़े वर्ग को कलंकित और अपमानित करने का काम किया है, जिस कांग्रेस पार्टी ने हमारे सैनिकों की वीरता पर प्रमाण मांगा है, जिस कांग्रेस पार्टी ने ये वक्तव्य दिया है कि हमारे सीमावर्ती इलाके पर चीन के द्वारा हमारे सैनिकों की पिटाई हुई है. ऐसी कांग्रेस पार्टी की कोई विचारधारा नहीं बची है. ऐसी कांग्रेस पार्टी की केवल एक विचारधारा बची है और वो विचारधारा है एक देशद्रोही की विचारधारा और देश के विरुद्ध कार्य करने की विचारधारा.''


'व्यक्तिगत लड़ाई को लोकतंत्र की लड़ाई के तौर पर पेश कर रही कांग्रेस'


सिंधिया ने दावा किया कि कांग्रेस राहुल गांधी की ‘व्यक्तिगत कानूनी लड़ाई’ को लोकतंत्र की लड़ाई के तौर पर पेश कर रही है. उन्होंने कहा कि वह लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने और निचले स्तर पर पहुंचने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग कांग्रेस के लिए ‘प्रथम श्रेणी के नागरिक’ हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के एक नेता ने दावा किया था कि गांधी परिवार पर सामान्य कानूनी प्रक्रिया लागू नहीं की जानी चाहिए. 


गौरतलब है कि लंबे समय तक कांग्रेस में रहे सिंधिया को कभी राहुल गांधी का करीबी सहयोगी माना जाता था. उन्होंने पार्टी नेतृत्व के साथ मतभेदों के बाद 2020 में अपने समर्थकों सहित कांग्रेस छोड़ दी थी. कई विधायकों के साथ वह बीजेपी में शामिल हो गए थे. उनके इस कदम से मध्य प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई थी. बाद में शिवराज सिंह चौहान राज्य के मुख्यमंत्री बने.


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