Congress on Ex-SC Judge S Abdul Nazeer: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एस अब्दुल नजीर को आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बनाए जाने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर और वरिष्ठ कांग्रेसी जयराम रमेश ने ट्विटर के जरिये मोदी सरकार को घेरा. 


कांग्रेस नेताओं ने इशारा किया है कि पूर्व जस्टिस को मोदी सरकार के लिए काम करने का फायदा मिला है. दरअसल, 2019 में अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट की जिस पांच सदस्यीय संविधान बेंच ने फैसला सुनाया था, उसमें एस अब्दुल नजीर भी शामिल थे. तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली बेंच ने फैसला सुनाया था, जिसमें नजीर और गोगोई के अलावा, बाकी तीन न्यामूर्तियों में जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ (जो कि वर्तमान में सीजेआई हैं) और जस्टिस अशोक भूषण भी थे.


क्या कहा कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने?


कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने ट्वीट किया, ''मोदी अडानी के लिए काम करते हैं, कुछ ऐसे लोग हैं जो मोदी के लिए काम करते हैं और अब राज्यपाल हैं. फिर लोगों के लिए कौन काम करता है? भारत माता की जय.''






जयराम रमेश का ट्वीट


वहीं, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की आठ सेकेंड की एक वीडियो क्लिप वाली पोस्ट शेयर की, जिसमें जेटली कहते दिख रहे हैं, ''प्री-रिटायरमेंट जजमेंट्स आर इन्फ्लुएंस्ड बाई पोस्ट-रिटायरमेंट जॉब्स'' यानी रिटायर होने से पहले जो फैसले सुनाए जाते हैं वो रिटायर होने के बाद मिलने वाली जॉब्स से प्रभावित रहते हैं.



बीजेपी नेता ने किया पलटवार


बीजेपी नेता बीएल संतोष ने पलटवार किया है. उन्होंने ट्वीट किया, ''जैसा कि आजकल एक प्रथा बन गई है, कांग्रेस-वामपंथी इको सिस्टम जस्टिस (रिटायर्ड) अब्दुल नजीर की आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के रूप में नियुक्ति का विरोध करता है. इको सिस्टम पर उनका सबसे बड़ा पाप श्री रामजन्मभूमि का फैसला है. 'जो मैं कहता हूं वैसा करो, न कि वैसा जो मैं करता हूं' ब्रिगेड एक्शन में है.''






बता दें कि एस अब्दुल नजीर 4 जनवरी 2023 को सुप्रीम कोर्ट से रिटायर हुए थे. वह बिस्वा भूषण हरिचंदन की जगह लेंगे, जिनका तबादला छत्तीसगढ़ के राज्यपाल के रूप में हुआ है.





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