जयपुर/भोपाल: राजस्थान और मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने मौजूदा कार्यकाल का पहला बजट पेश किया. बजट में किसानों, महिलाओं, युवाओं पर फोकस तो था ही 'सॉफ्ट हिंदुत्व' की भी छाप साफ दिखी. राजस्थान की गहलोत सरकार ने हर एक पंचायत समिति स्तर पर नन्दी गोशाला स्थापित करने की बात कही है.





वहीं मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने भी गौशाला निर्माण के लिए विशेष परियोजना की बात कही है. साथ ही पुजारी कल्याण कोष और अध्यात्म विभाग के गठन को लेकर दावे किए गए.


एमपी के वित्तमंत्री तरुण भनोट ने गौशालाओं के तीन मॉडल्स बताए और इसके लिए 132 करोड़ रुपये आवंटित किए जाने की बात कही. इसमें निजी क्षेत्रों और आर्थिक सामर्थ्य वाले मंदिरों को भी शामिल किया गया है.


तरुण भनोट ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अध्यात्म विभाग का गठन किया है. पुजारियों के मानदेय में तीन गुना वृद्धि के साथ उनके हितों की रक्षा हेतु पुजारी कल्याण कोष की स्थापना की जा रही है. साथ ही राम वन गमन पथ के अंचलों के विकास के लिये प्रस्ताव किया गया है.


दोनों ही राज्यों में कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था. मध्य प्रदेश में कांग्रेस मात्र एक सीट जीत सकी. वहीं राजस्थान में पार्टी खाता भी खोलने में नाकामयाब रही. लोकसभा चुनाव से करीब छह महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को शिकस्त दी थी.


बीजेपी कांग्रेस पर हिंदू धर्म का अपमान करने का आरोप लगाती रही है. यही नहीं कांग्रेस के नेता भी मानते हैं कि पार्टी चुनावों में होने वाले नुकसान के बाद 'सॉफ्ट हिंदुत्व' का रास्ता चुना. मंगलवार को ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जनार्दन द्विवेदी ने कहा, ''भारतीयता, भारतीय संस्कृति' को लेकर मेरे विचार से पार्टी सहमत नहीं थी. बाद में भारतीय संस्कृति से नजदीकी दिखाने के लिए क्या क्या नहीं करना पड़ा!"