Cheetah Project: 'हर चीज का क्रेडिट लेना पीएम मोदी की आदत', चीता प्रोजेक्ट को लेकर कांग्रेस का BJP पर तंज
Congress On BJP: चीता प्रोजेक्ट (Cheetah Project) को लेकर विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है. विपक्ष का कहना है कि 2008-09 में कांग्रेस की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने इसे स्वीकृति दी थी.
Congress On Cheetah Project: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में नामीबिया से लाए गए चीतों को बाड़ों से छोड़ दिया है, लेकिन इस पर राजनीति अब भी बरकरार है. तमाम विपक्षी नेताओं के बाद अब कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत (Supriya Shrinate) ने भी इसे लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि कांग्रेस चीतों का स्वागत करती है, लेकिन रोजगार पर चर्चा कीजिए. यह देश आपको इमारतों और चीतों के लिए नहीं आपके बुलंद इरादों और रोजगार देने के लिए याद करेगा.
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि पीएम मोदी कभी रोजगार पर चर्चा नहीं करते हैं. पीएम को केवल जय शाह के रोजगार की चिंता है. महंगाई और बेरोजगारी की बात करो तो ध्यान भटकाया जाता है, जैसे आज चितों को लेकर ध्यान भटकाया जा रहा है. वहीं, चीतों को भारत लाए जाने पर उन्होंने कहा कि 2008-09 में कांग्रेस की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने इसे स्वीकृति दी थी.
'हर चीज का क्रेडिट ले लेना पीएम मोदी की आदत'
अप्रैल 2010 में तब के पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश जी अफ्रीका गए थे, लेकिन 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी. 2020 में रोक हटी और चिते आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसे पीएम मोदी नहीं मानेंगे, लेकिन यही सच है. हर चीज का श्रेय ले लेना और हर चीज का क्रेडिट ले लेना 'क्रेडिटजीवी' की आदत है.
'राष्ट्रीय मुद्दों को दबाने की कोशिश'
उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि 'हो सकता है मोदी बहुत जल्द घोषित कर दें कि देश 1947 में नहीं, 2014 में आजाद हुआ था'. इससे पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भी बीजेपी पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा पीएम शासन में निरंतरता को शायद ही कभी स्वीकार करते हैं. चीता प्रोजेक्ट के लिए 25.04.2010 को केपटाउन की मेरी यात्रा का ज़िक्र तक न होना इसका ताज़ा उदाहरण है. आज पीएम ने बेवजह का तमाशा खड़ा किया. ये राष्ट्रीय मुद्दों को दबाने और #BharatJodoYatra से ध्यान भटकाने का प्रयास है."
ये भी पढ़ें: