जेपी नड्डा के आरोपों पर कांग्रेस का पलटवार, कहा- चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से रिश्ते पर सफाई दे बीजेपी-आरएसएस
बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस ने कहा है कि 2005 में प्रधानमंत्री राहत कोष से राजीव गांधी फाउंडेशन को मिली 20 लाख की राशि को अंडमान निकोबार के सुनामी पीड़ितों के राहत कार्य पर खर्च किया गया.
नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में नियंत्रण रेखा पर चीन से तनातनी के बीच बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे से चीन से रिश्ते पर सफाई मांग रहे हैं. राजीव गांधी फाउंडेशन के डोनेशन को लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के सोनिया गांधी से पूछे गए दस सवालों के जवाब में कांग्रेस ने भी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से दस सवाल पूछ कर पलटवार करते हुए बीजेपी-आरएसएस के चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से रिश्तों को लेकर सफाई देने को कहा है. कांग्रेस ने एक बार फिर आरोप लगाया है कि सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेस पर आरोप लगवा रही है. राजीव गांधी फाउंडेशन पर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कांग्रेस ने बीजेपी से आरएसएस को मिलने वाले चंदे का हिसाब मांगा है.
बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस ने कहा है कि 2005 में प्रधानमंत्री राहत कोष से राजीव गांधी फाउंडेशन को मिली 20 लाख की राशि को अंडमान निकोबार के सुनामी पीड़ितों के राहत कार्य पर खर्च किया गया. इसके साथ ही कांग्रेस ने साफ किया है कि मेहुल चोकसी से व्यक्तिगत तौर से राजीव गांधी फाउंडेशन को कोई राशि दान में नहीं मिली और इस बारे में लगाए गए आरोप झूठे हैं. हालांकि कांग्रेस ने अपने बयान में यह माना है कि साल 2013 में नविराज ईस्टेट्स प्राईवेट लिमिटेड द्वारा आरजीएफ को 10 लाख रुपये की राशि दी गई थी और इस कंपनी के डायरेक्टरों में से एक मेहुल चोकसी थे. एक दिन पहले कांग्रेस ने चीनी दूतावास से आरजीएफ को मिले करीब डेढ़ करोड़ के चंदे की बात को भी यह कहते हुए स्वीकार किया था कि इसकी विधिवत जानकारी सरकारी एजेंसी को दी जा चुकी है.
सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले आरजीएफ को मिले चंदे की सफाई देने के साथ ही कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने जेपी नड्डा और मोदी सरकार पर हमला भी बोला. रणदीप सुरजेवाला ने कहा , "दुख की बात है कि बीजेपी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने राष्ट्रीय सुरक्षा एवं भूभागीय अखंडता के विषय से देश का ध्यान भटकाने तथा गुमराह करने के प्रतिदिन के प्रयासों में अंधे हो अपना राजनैतिक तथा वैचारिक संतुलन खो दिया. यह इसलिए किया जा रहा है ताकि कांग्रेस एवं देश के नागरिक हमारी मातृभूमि पर चीनी घुसपैठ के मामले में मोदी सरकार से सवाल पूछना बंद कर दें."
सुरजेवाला ने कहा कि चीनी सेना ने गलवान घाटी के पेट्रोलिंग पॉइंट 14 पर घुसपैठ की, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए. चीन ने पैंगोंग झील क्षेत्र में भी फिंगर 4 तक कब्जा कर बंकर बना लिया है और डेपसांग इलाके में भारतीय सीमा के 18 किलोमीटर अंदर आ गई है. सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार इन बातों से बेखबर है और चीन की घुसपैठ से लड़ने की बजाय कांग्रेस से लड़ रही है.
कांग्रेस ने बीजेपी से उसके और आरएसएस के चीनी की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी से रिश्तों को लेकर सवाल पूछा है और आरएसएस, विवेकानंद फाउंडेशन, इंडिया फाउंडेशन जैसे संगठनों को मिलने वाले चंदे का श्रोत सार्वजनिक करने की चुनौती दी है. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन के साथ कूटनीति को नाकाम बताया है.
बीजेपी से कांग्रेस के दस सवाल :-
1. बीजेपी का कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाईना (सीसीपी) से क्या संबंध हैं? बीजेपी एवं सीसीपी के बीच क्या ऐतिहासिक रिश्ते हैं, जिसके बारे में 30 जनवरी, 2007 को सीसीपी डेलिगेशन की यात्रा के दौरान तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा था?
2. जनवरी 2009 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) सीसीपी के बुलावे पर चीन क्यों गया?
3. तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाईना (‘सीसीपी’) के बुलावे पर 19 जनवरी, 2011 को चीन की पांच दिवसीय यात्रा पर क्यों गए?
4. तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने नवंबर, 2014 में बीजेपी सांसदों/विधायकों का एक डेलिगेशन चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (‘सीसीपी’) के ‘‘द पार्टी स्कूल’’ के एक सप्ताह चलने वाले अध्ययन के लिए चीन क्यों भेजा?
5. नरेंद्र मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए 4 अलग अलग अवसरों तथा भारत का प्रधानमंत्री रहते हुए 5 अलग अलग अवसरों पर चीन की यात्रा क्यों की तथा 3 बार भारत में चीनी प्रीमियर की मेजबानी क्यों की? क्या वो पिछले 6 सालों में प्रधानमंत्री के रूप में चीनी प्रीमियर के साथ 18 बैठकें करने वाले देश के एकमात्र प्रधानमंत्री नहीं हैं? क्या चीनियों के साथ ‘झूला झूलने की कूटनीति’ फेल साबित हुई?
6. जैसा राजीव गांधी फाउंडेशन ने सार्वजनिक किया, क्या उसी भांति, बीजेपी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से अपने सभी दानदाताओं की सूची सार्वजनिक करने के लिए कहेगी तथा सभी विदेशी स्रोतों से आने वाले व व्यक्तियों, इकाईयों, संगठनों और सरकारों द्वारा आरएसएस व उसके अलग अलग संगठनों को दिए गए पैसे का हिसाब देश को देगी?
7. जैसा राजीव गांधी फाउंडेशन ने सार्वजनिक किया, क्या उसी भांति भाजपा, विवेकानंद फाउंडेशन एवं इंडिया फाउंडेशन के सभी दानदाताओं की सूची (विदेशी नागरिकों सहित) सार्वजनिक करेगी व यह भी बताएगी कि किस किस विदेशी कंपनी, इकाई, व्यक्ति, संगठन या सरकार (जिनमें चीनी मूल के संगठन भी अगर शामिल हैं) से कितना पैसा किस किस तारीख को इन दोनों फाउंडेशन को मिला?
8. क्या बीजेपी उन डोनर्स के नाम सार्वजनिक करेगी, जिनसे बीजेपी ने इलेक्टोरल बॉन्ड्स के माध्यम से हजारों करोड़ों रुपये की डोनेशन प्राप्त की है?
9. क्या बीजेपी "ओवरसीज़ फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी" (‘OF-BJP’) के द्वारा फंडिंग के स्रोत, प्राप्त किए गए पैसे, डोनर्स के नाम (समेत अगर चीनी मूल के डोनर्स शामिल हैं) सार्वजनिक करेगी? "ओवरसीज़ फ्रेंड्स ऑफ बीजेपी - चीन एवं हांग कांग" से उपरोक्त संस्था को कितना पैसा मिला और कब? श्री राजकुमार नारायणदास सबनानी उर्फ राजू सबनानी का OF-BJP से क्या संबंध है?
10. क्या भाजपा/आरएसएस को इंटरनेशनल फाउंडेशंस, फंड्स, इकाईयों व संगठनों से फंडिंग मिली है? यदि हाँ, तो भाजपा-आरएसएस को पिछले 6 सालों में इंटरनेशनल फंडिंग एवं डोनर्स से कितना पैसा मिला?