Supriya Shrinate on INDIA Alliance: कांग्रेस ने गुरुवार (8 फरवरी) को जय जवान अन्याय के विरुद्ध न्याय का युद्ध अभियान की शुरूआत की. इस दौरान कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि अग्निवीर योजना के जरिए केंद्र सरकार हमारी रक्षा शक्ति के साथ खिलवाड़ कर रही है.
इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर उन्होंने कहा, "हमारी सौहार्दपूर्ण बातचीत हो रही है. अगर सीट पर बातचीत होती है, तो खींचतान होती है." एनडीए पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "आपने 38 लोगों का कुनबा क्यों बुलाया है? उन 38 लोगों में से 22 तो ऐसे हैं, जिन्होंने कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा. जब आप कहते हैं कि एक अकेला सब पर भारी तो आपको 38 लोगों के कुनबे की जरूरत क्यों पड़ गई?"
अखिलेश यादव पर क्या बोलीं सुप्रिया श्रीनेत
समाजवादी पार्टी (सपा) ने कांग्रेस को 11 सीटों देने की बात कही है क्या कांग्रेस को ये स्वीकार है? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "हमारी पार्टी उत्साहित है. उत्तर प्रदेश में जब तक यह यात्रा रहेगी, उसमें अड़चनें पैदा करने की कोशिश की जाएगी. जिस तरह से अपार जनसैलाब हमसे जुड़ रहा है. मुझे बहुत अच्छा लग रहा है कि अखिलेश यादव ने चिट्ठी का तुरंत जवाब देकर कहा कि वे यात्रा से जुडेंगे."
अग्निवीर के तहत ज्वाइनिंग पर दिया बयान
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि अग्निवीर योजना के जरिए केंद्र सरकार हमारी रक्षा शक्ति के साथ खिलवाड़ कर रही है. उन्होंने कहा, "करीब 1.5 लाख युवा जिन्होंने सारे एग्जाम पास कर लिए थे, उनके सपनों को चकनाचूर कर दिया गया है."
उन्होंने आगे कहा, "यह अभियान उन लोगों के अन्याय के खिलाफ है, जिनका 2019 से 2022 के बीच नियमित भर्ती के तहत तीन गौरवशाली सैन्य बलों इंडियन आर्मी, इंडियन एयरफोर्स, इंडियन नेवी में चयन हो गया था. सारी प्रक्रियों के बावजूद उनकी नियुक्ति पर रोक लगा दी गई और अचनाक ये सशस्त्र बलों पर थोप दिया गया. आर्मी के पूर्व चीफ ने खुद अपने किताब में ये जिक्र किया है."
रक्षाबलों को लेकर कांग्रेस की मांग
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "हमारी मांग है कि जिन 1.5 लाख लोगों ने टेस्ट पास किया, उसकी तुरंत बहाली कीजिए. दूसरी मांग ये है कि रक्षाबलों में पुरानी भर्ती प्रक्रिया वापस बहाल किया जाए. अग्निवीर के तहत नौकरी पाने वालों का 4 साल बाद क्या कीजिएगा."
यूसीसी पर उन्होंने कहा, "ये सब ध्यान भटकाऊ आंदोलन का हिस्सा है, मुझे लगता है लोग समझदार हैं. हम जाति जनगणना की बात कहते हैं तो शिगूफा छोड़ देते हैं. बीजेपी का एजेंडा महंगाई, बेरोजगारी, आर्थिक असमानता, किसान नहीं है. 10 साल सत्ता में हो गए क्यों नहीं ले आए थे ये कानून? यह देश की आधी आबादी के साथ नाइंसाफी है."
ये भी पढ़ें: राज्यसभा से 65 सदस्यों की होगी विदाई, UP के सबसे ज्यादा सांसद होंगे रिटायर, कई मंत्री भी कतार में